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पशु प्रेग्नेंसी किट से 30 मिनट में पता कर सकेंगे गाय-भैंस गाभिन हैं या नहीं, कीमत मात्र 300 रुपए

देश में कई किसानों और पशुपालकों की जीविका पशुपालन व्यवसाय पर आधारित है. आज के समय में वह गाय और भैंस की कई नस्लों का पालन कर रहे हैं. इससे इन्हें अच्छा मुनाफ़ा भी मिल रहा है. मगर कई बार किसान और पशुपालक अपने दुधारू पशुओं की गर्भावस्‍था का सही पता नहीं लगा पाते हैं. ऐसे में उनके लिए एक बहुत अच्‍छी खबर है. अब किसान और पशुपालक अपने गाय और भैंस की गर्भावस्‍था के बारे में बहुत आसानी से पता कर सकते हैं.

कंचन मौर्य
कंचन मौर्य
Animal Husbandry
Animal Husbandry

देश में कई किसानों और पशुपालकों की जीविका पशुपालन व्यवसाय पर आधारित है. आज के समय में वह गाय और भैंस की कई नस्लों का पालन कर रहे हैं. इससे इन्हें अच्छा मुनाफ़ा भी मिल रहा है. मगर कई बार किसान और पशुपालक अपने दुधारू पशुओं की गर्भावस्‍था का सही पता नहीं लगा पाते हैं. ऐसे में उनके लिए एक बहुत अच्‍छी खबर है. अब किसान और पशुपालक अपने गाय और भैंस की गर्भावस्‍था के बारे में बहुत आसानी से पता कर सकते हैं.

दरअसल, शोधकर्ताओं ने गाय और भैंस के गर्भ की जांच करने वाली एक ऐसी प्रेग्‍नेंसी किट विकसित की है, जिससे मात्र 30 मिनट में पता चल जाएगा कि पशु गर्भवती है या नहीं. इस किट को प्रेग-डी का नाम दिया गया है. यह बड़ी उपलब्धि हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) के शोधकर्ताओं ने हासिल की है. आइए आपको इस प्रेग्‍नेंसी किट की कीमत और प्रेग्‍नेंसी किट की खासियत बताते हैं.

प्रेग-डी प्रेग्‍नेंसी किट की खासियत (Features of Preg-D Pregnancy Kit)

इस किट की खास बात है कि इससे 10 सैंपल टेस्ट हो पाएंगे. इससे मात्र 30 मिनट में पशु के गर्भ की जांच हो सकती है. इसके अलावा एक अन्य शोध में पता चला है कि देश के तीन मुर्राह क्लोन झोटे (भैंसा) के सीमन से उसी गुणवत्ता के पशु तैयार होंगे. IIRB के निदेशक की मानें, तो वैज्ञानियों और शोधार्थियों ने दुधारू पशुओं के गर्भ जांच के लिए किट तैयार की है.

प्रेग-डी प्रेग्‍नेंसी किट की कीमत (Preg-d pregnancy kit price)

इस किट की कीमत मात्र 300 रुपए रखी गई है. इसके द्वारा पशुओं के दो एमएल यूरिन की टेस्टिंग से गर्भ धारण जांच के नतीजे आ जाएंगे. दावा किया जा रहा है कि कि देश में पहली बार ऐसी किट तैयार की गई है.
अन्य जानकारी

ये खबर भी पढ़े: गाभिन भैंस की ऐसे करें देखभाल, पशुपालक को कभी नहीं होगा घाटा

आपको बता दें कि इससे पहले देश के तीन मुर्राह नस्ल के क्लोन झोटे पर भी रिसर्च हुई है. इनमें दो झोटे राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआइ) करनाल से हैं और तीसरा CIRB हिसार में है.

इनकी रिसर्च में पता लगाया गया कि इन क्लोन झोटे कि प्रजनन क्षमता गैर क्लोन झोटे के समान है या नहीं. परिणाम के मुताबिक, इनके सीमन का उपयोग किया जाएगा, जिससे कृत्रिम गर्भाधान द्वारा बेहतर जर्मप्लाज्म का प्रसार होगा.

English Summary: buffalo pregnancy with Prag-D Pregnancy Kit Published on: 27 August 2020, 02:38 IST

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