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FPO Yojana: मोदी सरकार की इस योजना से बदलेगी किसानों की जिंदगी, ऐसे मिलेगी 15 लाख रुपये की मदद

देश के किसानों को खेतीबाड़ी में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, इसलिए मोदी सरकार (Modi government) द्वारा किसान उत्पातदक संगठन (FPO-Farmer Producer Organisation) का गठन किया गया. इस योजना पर आने वाले 5 सालों में करीब 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इस योजना का लक्ष्य कृषि और किसानों की उन्नति है. इसके तहत सरकार किसानों को आर्थिक सहायता देगी, ताकि देश के किसान समृद्ध बन पाएं. आइए आपको किसान उत्पाuदक संगठन से जुड़ी पूरी जानकारी देते हैं.

कंचन मौर्य
कंचन मौर्य
Farmer

देश के किसानों को खेतीबाड़ी में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, इसलिए मोदी सरकार (Modi government) द्वारा  किसान उत्‍पादक संगठन (FPO-Farmer Producer Organisation) का गठन किया गया. इस योजना पर आने वाले 5 सालों में करीब 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इस योजना का लक्ष्य कृषि और किसानों की उन्नति है. इसके तहत सरकार किसानों को आर्थिक सहायता देगी, ताकि देश के किसान समृद्ध बन पाएं. आइए आपको किसान उत्‍पादक संगठन से जुड़ी पूरी जानकारी देते हैं.

एफपीओ क्या होता है? (What is FPO)

यह किसानों का एक ऐसा समूह होगा, जो कृषि उत्पादन और उससे जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों को  चलाएगा. इस समूह को बनाकर कंपनी एक्ट में रजिस्टर भी करवाया जाएगा. इसमें वही लाभ मिलेंगे, जो एक कंपनी को मिलना चाहिए. बता दें कि किसान उत्पादक संगठन कॉपरेटिव पॉलिटिक्स से एकदम अलग है,  क्योंकि इन कंपनियों पर कॉपरेटिव एक्ट लागू नहीं होगा.

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कैसे बनेगा एफपीओ How to become a FPO)

इसमें कम से कम 11 सदस्य होने चाहिए. इसका कंपनी एक्ट रजिस्ट्रेशन होगा. इसके लिए मोदी सरकार द्वारा 15 लाख रुपए तक देने की बात कही गई है, जो कंपनी का काम देखकर 3 साल में दिया जाएगा. बता दें कि इस संगठन का काम देखकर नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेज रेटिंग करेगा. उसके आधार पर ग्रांट दिया जाएगा. 

एफपीओ से किसान को लाभ (Benefit From FPO)

  • लघु और सीमांत किसानों का एक समूह होगा.

  • किसानों को अपनी फसल का बाजार प्राप्त होगा.

  • इसके साथ ही खाद, बीज, दवाइयों और कृषि से जुड़े उपकरण भी आसानी से खरीद सकेंगे.

  • इसके जरिए किसानों को सस्ती सेवाएं मिलेंगी.

  • किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी.

  • इन संगठनों से किसानों को उपज के अच्छे भाव मिलेंगे.

  • किसानों की सामूहिक शक्ति बढ़ेगी.

ये खबर भी पढ़ेएग्री जंक्शन योजना की शर्तें और आवेदन करने की प्रक्रिया, कृषि स्नातक उठा सकते हैं लाभ

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एफपीओ से जुड़ी शर्तें (Terms related to FPO)

  • अगर संगठन मैदानी क्षेत्र का है, तो कम से कम 300 किसान जुड़े होने चाहिए.

  • अगर संगठन पहाड़ी क्षेत्र का है, तो एक कंपनी के साथ 100 किसान जुड़ने चाहिए.

  • कंपनी का काम नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेज देखेगी, साथ ही उसकी रेटिंग करेगी. इसके बाद ही ग्रांट दिया जाएगा.

  • कंपनी के पूरे बिजनेस प्लान पर नजर रखी जाएगी कि किसानों को किस तरह का लाभ दिया जा रहा है, उनके उत्पादों को बाजार मिल रहा है या नहीं.

  • किसानों की पहुंच बाजार तक बनाने के लिए कंपनी काम कर रही है या नहीं, इन सब पर नजर रखी जाएगी.

एफपीओ में मिलेगा सहयोग (Get support in FPO)

आप कोई एफपीओ बनाना चाहता है तो किसान राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक, लघु कृषक कृषि व्यापार संघ और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.

एफपीओ में आवेदन की प्रक्रिया (Application process in FPO)

  • अगर आप उत्तर के निवासी हैं, तो सबसे पहले http://www.upagriculture.com/ पर जाए. यहां एक नया पेज खुलृकर सामने आएगा, जिसमें आपको ऑनलाइन पंजीकरण लिंक पर क्लिक करना होगा.

  • इसके बाद एक फार्म खुलेगा, जिसमें मांगी गई सभी जानकारी भरनी होगी.

  • पूरी जानाकरी भरने के बाद सबमिट पर क्लिक करना होगा.

  • इस तरह आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

इसके बाद अगर आप अपनी रिपोर्ट देखना चाहते है, तो पंजीकरण रिपोर्ट लिंक पे क्लिक कर सकते हैं.    

ये खबर भी पढ़ेखुशखबरी: किसान 90 प्रतिशत सब्सिडी के साथ लगवाएं स्प्रिंकलर सेट, जानें योजना की शर्तें और आवदेन प्रक्रिया

English Summary: Modi government will help farmers to the tune of Rs. 15 lakhs through FPO Yojana Published on: 27 July 2020, 06:00 IST

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