किसानों की आमदनी (Farmers' Income) दोगुनी हो सके, इसके लिए सरकार, कृषि वैज्ञानिक और विशेषज्ञों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही कई स्टाएर्टअप पर भी काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में एग्रीकल्चर और स्टार्टअप (Agriculture Startup) 'अगधी' ने एक खास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोकलॉजी (Artificial Intelligence Technology) पेश की है. आइए आपको इस नई टेक्नोकलॉजी के बारे में बताते हैं.
क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोकलॉजी? (What is Artificial Intelligence Technology?)
इस टेक्नोकलॉजी को बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि इसकी मदद से बीजों (Seeds) को देखकर पता लगाया जाएगा कि फसल की गुणवत्ता् (Crop Quality) कैसी होगी. इसके साथ ही पता चल जाएगा कि किस बीज के इस्तेमाल से कितनी पैदावार हो सकती है. इस नई तकनीक से फसल की पैदावार बढ़ पाएगी, साथ ही किसानों की आमदनी में भी इजाफ़ा होगा.
नई तकनीक की खासियत (Specialty of New Technology)
इसकी मदद से सिर्फ कुछ सेकेंड में पता लगाया जा सकता है कि बीज की गुणवत्ता कैसी है. बता दें कि किसानों को पुरानी तकनीक से काफी लंबा इंतजार करना पड़ता है. मगर अब एआई तकनीक की मदद से बीज की जांच करने, बीज की सैंपलिंग करने और फसल की उपज में अंतर आसानी पता लगाया जा सकता है.
कैसे काम करेगी नई तकनीक (How will the New Technology Work)
इस तकनीक से ऑटोमैटिक मशीनों से बीजों की जांच की जाएगी. ‘अगधी' की एआई विजन तकनीक फोटोमेट्री, रेडियोमेट्री और कंप्यूटर विजन की मदद से बीज की गुणवत्ता की जांच करेगी. इस तकनीक के तहत बीज की तस्वीर से उसका रंग, बनावट और आकार निकाला जाएगा. इसके बाद कंप्यूटर विजन की मदद से बीज की कमियों की पहचान की जाएगी. बता दें यह ऑटोमेटिक तकनीक बीजों की छंटाई के लिए किसी व्यक्ति द्वारा निरीक्षण करने की अपेक्षा ज्यादा कारगर होगी. जो कंपनी बीजों का प्रोडक्शन करती हैं, उनके लिए यह अधिक उपयोगी हैं.
किसानों को मिलेगा अच्छा बीज और ज्यादा पैदावार (Farmers will get good seeds and higher yields)
इस नई तकनीक के तहत बीज और फसलों में कमी जानने के लिए मशीन लर्निंग और कंप्यूटर विजन तकनीक का इस्ते्माल किया जाएगा. इसकी मदद से किसान को अच्छे बीज और ज्यादा पैदावार मिल सकेगी. खास बात यह है कि किसान कमजोर बीज की बुवाई कर नुकसान उठाने से बच सकेंगे.
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