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Sharbati Wheat Variety: शरबती व्हीट को कहा जाता है गेहूं का ‘राजा’, जानें इसमें ऐसा क्या है खास जो दुनियाभर में है डिमांड

शरबती गेहूं का उत्पादन मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा होता है. यहां की मिट्टी काली और जलोढ़ है जो इसके लिए एकदम उपयुक्त है. शरबती गेहूं को शरबती गेहूं को गोल्डन ग्रेन के भी नाम से जाना जाता है, क्योंकि इसका रंग सुनहरा होता है और ये अपनी सुनहरी चमक, बड़े और भारी दानों, और हल्के मीठे स्वाद के लिए काफी ही मशहुर है. इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हैं.

सावन कुमार
MP sharbati wheat
MP sharbati wheat

Sharbati Gehu: शरबती गेहूं को गोल्डन ग्रेन के भी नाम से जाना जाता है, क्योंकि इसका रंग सुनहरा होता है और ये अपनी सुनहरी चमक, बड़े और भारी दानों, और हल्के मीठे स्वाद के लिए काफी ही मशहूर है. शरबती गेहूं को "गेहूं का राजा" भी कहा जाता है. मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में शरबती गेहूं  का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है. यहां कि जलवायु गेहूं  की इस विशेष किस्म के पैदावार के लिए काफी ही लाभदायक है. साथ ही साथ शरबती गेहूं  में कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है. मध्य प्रदेश के गेहूं  की उत्तम किस्म शरबती गेहूं  को GI टैग भी प्राप्त है. इस गेहूं  की डिमांड देश- विदेश में भी काफी है. आइए जानते हैं गेहूं  के राजा शरबती गेहूं  के बारे में...

शरबती गेहूं  की खेती(Sharbati Wheat Farming)

मध्य प्रदेश में अधिकांश जगहों पर मिट्टी काली और जलोढ़ है जो इसके फसल के लिए एकदम उपयुक्त है. शरबती गेहूं की जिस मिट्टी में खेती होती है उसमें पोटाश की मात्रा अधिक तथा आर्द्रता कम होती है. जिस वजह से इसमें सामान्य गेहूं के आटे की तुलना में गेहूं की प्रोटीन सामग्री लगभग दो प्रतिशत अधिक बढ़ जाती है. इसके अलावा, इसमें कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने की जरुरत नहीं पड़ती. यही वजह है कि शरबती गेहूं की फसल का आटा बाकी आटे की तुलना में बेहतर होता है.

वहीं, शरबती गेहूं का उत्पादन मध्य प्रदेश के सीहोर, नरसिंहपुर,  होशंगाबाद, हरदा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा जिले में व्यापक तौर पर किया जाता है. इसकी औसत बुवाई दर 30-35 किग्रा एकड़ है एवं इसकी पैदावार लगभग 40-45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. यह फसल करीब 135 से 140 दिनों में तैयार होती है. साथ ही ये गेहूं की सबसे महंगी किस्म है. शरहबती गेहूं  का उत्पादन भारत के बाहर भी किया जाता है, जैसे कि संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, और ऑस्ट्रेलिया.

शरबती गेहूं की कुछ विशेषताएं (Characteristics of Sharbati Wheat)

  • रंग: शरबती गेहूं के दाने सुनहरे रंग के होते हैं.

  • आकार: शरबती गेहूं के दाने बड़े और भारी होते हैं.

  • स्वाद: शरबती गेहूं का स्वाद हल्के मीठे होता है.

  • पोषक तत्व: शरबती गेहूं में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं.

शरबती गेहूं के आटे से बनी रोटियां बहुत स्वादिष्ट होती हैं. इन रोटियों को अक्सर चना दाल या बेसन की सब्जी के साथ खाया जाता है. शरबती गेहूं का आटा अन्य प्रकार के गेहूं के आटे की तुलना में अधिक पौष्टिक होता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है.

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शरबती गेहूं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक (Benefits of Sharbati Wheat)

 शरबती गेहूं स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है. साथ ही ये गेहूं  एक पौष्टिक विकल्प है. इसका इस्तेमाल रोटी, पास्ता, और अन्य खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए किया जाता है. इसमें कई जरुरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है.

 प्रोटीन प्रदान करता है: प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है.

फाइबर प्रदान करता है: फाइबर पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है.

आयरन प्रदान करता है: आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है.

कैल्शियम प्रदान करता है: कैल्शियम हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है.

English Summary: MP sharbati wheat benefits sharbati wheat farming production capacity of sharbati wheat Published on: 12 October 2023, 05:52 PM IST

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