झारखंड के गिरडीह में किसानों के बीच खेती करने की चाह अब और बढ़ती जा रही है। इसीलिए इस रूचि को बरकरार रखने के लिए डुमरी के बीटीएस मुकेश कुमार ने किसानों को मुफ्त में चने के बीज देकर कृषि की ओर किसानों का रूझान बढ़ाने हेतु कई तरह के सफल प्रयास किए है। इसके कारण आज पूरे जगह किसान खेतों में पटवन हेतु पानी की चिंता को किए बिना ही लगभग 50 से 70 एकड़ में यहां के किसान चने की खेती को लगाने का कार्य करें। हांलाकि पटवन हेतु किसानों द्वारा पंपसेट को लगाकर अपने-अपने घरों के कुओं से खेती को उपलब्ध करवाने का कार्य तेजी से कर रहे है।
क्या बोले किसान
खेतों में हो रहे चने की खेती के बारे में वहां की महिला कृषक कहती है कि हम सभी लोग मिलकर अपने खेतों में चने की खेती को लगाने का कार्य कर रहे है। उनका कहना है कि इसको बेचकर वह फसल कमाने का कार्य करेगी। उनके पास रोजगार के की भी ठोस स्त्रोत नहीं है। वे बताती है कि चने की खेती को सफल रूप से करवाने के लिए कृषि विभाग की तरफ से बीज उपलब्ध करवाए गए है। वही महिला कृषक सोमरी देवी का कहना है कि खेतों ममें हरियाली आ जाने से हम सबको काफी ज्यादा प्रसन्नता हो रही है। साथ ही आर्थिक रूप से वह संपन्न होने की कोशिश कर रहे है।
किसान हुए प्रशिक्षित
डुमरी का कहना है कि हमें कृषि को बढ़ावा देना है। इसके लिए हम किसानों को लगातार प्रशिक्षित करते हुए आ रहे है। हमने मुफ्त में बीज को देकर किसानों को खेती करने के लिए प्रेरित किया है। समय-समय पर हम खुद किसन खेतों की निगरानी को करने का कार्य कर रहे है जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है और काफी ज्यादा खुशी महसूस हो रही है। किसान अगर 12 महीने ठीक से खेती करें तो किसान आर्थिक रूप से संपन्न हो जाएंगें।
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