किसान भाई अपनी फसल से ज्यादा उपज लेने के लिए बीज, उर्वरक और कीटनाशकों का उपयोग करते हैं. इन तीनों पर ही फसल की अच्छी उपज निर्भर होती है. हर किसान भाई को फसल के अनुसार उनके बीज, उर्वरक और कीटनाशक की जानकारी होना बेहद ज़रूरी है, ताकि उनकी फसल को कोई नुकसान न हो. जब किसान अपने खेत में फसल उगाने की सोचता है, तो किसी भी दुकान से बीज, उर्वरक और कीटनाशक जाकर खरीद लेता है, लेकिन ऐसा उसके लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
जी हां, किसान कई बार बीज, उर्वरक और कीटनाशक को गलत खरीद लेता है या फिर उन्हें कोई दुकानदार ही फ़र्जी कंपनी का थमा देता है, जिससे किसान की फसल की उत्पादकता कम हो सकती है. इसी तरह किसानों को फसल में कितना और कौन सा उर्वरक या कीटनाशक डालना है, वह इसकी जानकारी भी दुकानदारों से लेता हैं, जोकि उन्हें ना सिर्फ काफी नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उनके पैसे भी बर्बाद करता है. इसलिए सभी किसान नीचे लिखी बातों पर विषेश ध्यान दें, ताकि उनको कोई भारी नुकसान न उठाना पड़े.
किसान भाई खास बातों का रखें ध्यान
जब भी कोई किसान भाई अपने खेत के लिए बीज, उर्वरक और कीटनाशकों खरीदना चाहता है, तो सबसे पहले किसी जानकार या फिर कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लें.
किसानों को लाइसेंस वाली दुकान से ही खाद, बीज और कीटनाशक खरीदना चाहिए.
इस संबध में ब्लॉक में काम कर रहे कृषि पर्यवेक्षकों से भी जानकारी ले सकते हैं.
अगर आपको कोई जानकार नहीं मिलता है, तो आप सीधा कृषि विभाग में फोन करके जानकारी ले सकते हैं.
जब भी इन तीनों चाजों को खरीदें, तो ध्यान दें कि ये सीलबंद हों, साथ ही अवधि समाप्त होने की तारीख भी देख लें.
किसान भाई खरीद करने पर दुकानदार से पक्का बिल ज़रूर लें, उस बिल में लाइसेन्स नंबर, पूरा नाम, पता और हस्ताक्षर होना चाहिए. इसके बाद बिल में उत्पाद का नाम, लॉट नंबर, बेन्च नंबर, और तारीख़ भी देखें.
ध्यान दें कि उर्वरक बैग पर फर्टिलाईज़र, बायोफर्टीलाईज़र, ऑर्गेनिक फर्टीलाईज़र या नॉन-एडीबल, डी-ओइल्ड केक फर्टीलाइज़र जैसे शब्द लिखे होते हैं, अगर किसी बैग पर ऐसे शब्द नहीं लिखे हैं, तो वह बैग न खरीदें.
अगर इनकी गुणवत्ता मे कोई भी संदेह होता है, तो तुरंत नज़दीकी ग्राम सेवक, विस्तरण अधिकारी (कृषि), कृषि अधिकारी का या फिर कृषि नियामक (विस्तरण) के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
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