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जनवरी माह में की उगाई जाने वाली फसलें, जानिए रोपाई की विधि

अगर किसान मौसम के अनुसार फसलों की खेती करें, तो उन्हें फसलों से अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है. जैसा कि आप जानते हैं कि इस साल का आखिरी महीना दिसंबर भी खत्म होने वाला है. यानि इस महीने किसान खेती-बाड़ी से जुड़े अहम कार्य लगभग पूरे कर चुके हैं. अब नया साल आने वाला है.

स्वाति राव
Agriculture
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अगर किसान मौसम के अनुसार फसलों की खेती करें, तो उन्हें फसलों से अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है. जैसा कि आप जानते हैं कि इस साल का आखिरी महीना दिसंबर भी खत्म होने वाला है. यानि इस महीने किसान खेती-बाड़ी से जुड़े अहम कार्य लगभग पूरे कर चुके हैं. अब नया साल आने वाला है.

इसके साथ ही अगले महीने में खेती से जुड़े अन्य कार्यों पर ध्यान  देना है. ऐसे में आज हम अपने इस लेख में जनवरी माह में बोई जाने वाली फसलों की जानकारी लेकर आए हैं. इससे किसानों को बहुत अधिक लाभ भी मिलेगा.

टमाटर (Tomato)

टमाटर की रोपाई के लिए जनवरी माह बहुत उचित माना जाता है, लेकिन जनवरी माह में बहुत सर्दी पड़ने के कारण पाला पड़ने से नुकसान की सम्भावना रहती है. ऐसे में फसल का पाले से बचाव करते रहना चाहिए.

मिर्च (Chilly)

मिर्च की नर्सरी नवंबर में तैयार होती हैं एवं रोपाई जनवरी में की जाती है. इसकी अच्छी उपज के लिए खेत में रोपाई के लिए पौधों के बीच की दूरी 18 इंच होनी चाहिए. इसके बाद रोपाई से पहले खेत में 100 क्विंटल गोबर की सड़ी गली खाद 1 बोरा यूरिया (1/2 नेत्रजन की दूसरी किस्त) 1.7 बोरा सिंगल सुपर फास्फेट तथा 1 बोरा म्युरेट आफ पोटाश डालें, जिससे फसलों का उत्पादन अच्छा होगा.  सर्दियों के मौसम में 10-17 दिन बाद हल्की सिंचाई करते रहें, जिससे फसल पाले से भी बची रहें.

इस खबर को भी पढें - सितम्बर माह में इन सब्जियों की करें खेती, कम लागत में होगी अच्छी कमाई!

मूली व गाजर (Radish and Carrot)

मूली की एक किस्म का नाम पूसा हिमानी है. इस किस्म की खेती दिसंबर से फरवरी तक की जा सकती है. यह किस्म 40 से 70 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इसकी अच्छी पैदावार प्राप्त करने एक लिए फसलों की सिंचाई तथा गुड़ाई समय-समय पर करें. इसके साथ ही खरपतवार को भी निकालते रहें.

प्याज (Onion)

प्याज की रोपाई जनवरी माह में की जाती है. तैयार खेत में उर्वरक का इस्तेमाल करें. वहीं, रोपाई के दौरान क्यारियों में 10-20 सेमी की दूरी रखें. रोपाई के तुरंत बाद सिंचाई प्रक्रिया कर सकते हैं.

English Summary: Crops grown in the month of January, know the method of transplanting Published on: 28 December 2021, 04:46 PM IST

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