दक्षिण भारत में अभी भी बारिश की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता. मैदानी इलाकों के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई है. हवा में तेजी के कारण प्रदूषण में कमी को देखा जा सकता है. जहाँ जहाँ प्रदूषण होता रहा है उनके लिए यह राहत की खबर है.
एक कम दवाब का क्षेत्र मध्य-दक्षिणी बंगाल कि खाड़ी और साथ सटे भूमध्यरेखीय हिन्द महासागर पर बना हुआ है। यह अगले 24 घंटों में, एक गहरा निम्न दवाब का क्षेत्र बन जाएगा।
अगले 24 घंटों में, दक्षिणी कोंकण व गोवा, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। वहीं, जम्मू-कश्मीर, विदर्भ, मराठवाड़ा, रायलसीमा और दक्षिण-तटीय आंध्र प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। हवा कि गति में तेज़ी आने के कारण प्रदूषण से हल्की राहत भी मिल सकती है।
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
एक गहरा अवसाद दक्षिण-पूर्वी अंडमान सागर पर बना हुआ है, और अब पश्चिम की और बढ़ रहा है। संभावना है कि ये आज शाम तक अवसाद के रूप में कमजोर हो जाएगा।
एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और साथ लगे जम्मू व कश्मीर पर बना हुआ है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी बांग्लादेश पर है। एक कमजोर ट्रफ रेखा मध्य महाराष्ट्र से कोंकण व गोवा तक जा रही है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान दर्ज किया गया मौसम
पिछले 24 घंटों में, अंडमान व निकोबार द्वीप समुह, तमिलनाडु व केरल में कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और दक्षिणी मध्य-महाराष्ट्र पर कुछ जगहों में बारिश का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर और सिक्किम पर एक-दो जगह में बारिश हुई है। उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरयाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमानों में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस कि बढ़ोतरी हुई है
साभार: skymetweather.com
चंद्र मोहन, कृषि जागरण
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