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जानिए 17 नवंबर को कहाँ होगी बारिश और कहाँ होगी धूप और कहाँ बादल ?

दक्षिण भारत में गाजा तूफ़ान ने जो केहर बरपाया उससे कुछ जानमाल का नुकसान हुआ है. उसकी वजह से आज भी कहीं कहीं हल्की-हल्की बरसात हो सकती है. सर्दी बढ़ने लगी है. आप बच्चों और बुजुर्ग लोगों का ख्याल रखें.

दक्षिण भारत में गाजा तूफ़ान ने जो केहर बरपाया उससे कुछ जानमाल का नुकसान हुआ है. उसकी वजह से आज भी कहीं कहीं हल्की-हल्की बरसात हो सकती है. सर्दी बढ़ने लगी है. आप बच्चों और बुजुर्ग लोगों का ख्याल रखें.

किसानों के लिए भी यह मौसम अच्छा है. फसलों को कोहरे और ठंड से बचा कर रखें. हल्की बारिश फसलों को अच्छी नमी दे जाती है. वैसे यह बरसात का मौसम नहीं है लेकिन पश्चिमी  विक्षोभ के करना दक्षिण में इसका दबाव बना हुआ है.

अब पूर्व और पूर्वोत्तर भारत कि ओर बढ़ें तो अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय पर एक-दो जगह में हलकी से मध्यम बारिश होगी। बाकी के पूर्व और पूर्वोत्तर भारत पर शुष्क मौसम जारी रहेगा। हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में रात के तापमान में कमी आने का अनुमान है।

अनुमान है कि अब तमिलनाडु और केरल में बारिश कम हो जाएगी। हालांकि, केरल में एक या दो जगह पर मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही तमिलनाडु, रायलसीमा और तटीय कर्नाटक पर हल्की बारिश का भी अनुमान है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी एक-दो जगह पर हल्की बारिश होगी। इसके अलावा, लक्षद्वीप पर वर्षा में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी बंगाल कि खाड़ी पर है। ये अब आगे तमिलनाडु तट कि और बढ़ेगा।

मध्य भारत कि बात करें तो एंटी-साइक्लोन अब उत्तरी मध्य प्रदेश पर है। इसके कारण यहाँ पर शुष्क मौसम जारी रहेगा। साथ ही, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर उत्तर-पश्चिमी हवाएँ बहेंगी। इसके कारण इन जगहों पर तापमान में कमी आने कि संभावना है।

उत्तर भारत कि बात करें तो पश्चिमी विक्षोभ अब दूर जाता नज़र आ रहा है, इसलिए जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तरखंड समेत सम्पूर्ण पहाड़ी क्षेत्रों पर शुष्क मौसम बना रहेगा।

इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी दिशा से आती हवाओं के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, और उत्तरी राजस्थान में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस कि कमी आएगी। इसके बाद, यहाँ पर हवाएँ फिर से हल्की होने के कारण तापमान में एक बार फिर बढ़ोतरी हो सकती है। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण, दिल्ली प्रदूषण से हल्की राहत मिल सकती है। चक्रवात गज तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश देने के बाद अब आगे निकल गया है। यह अब कमजोर होकर डिप्रेशन बन गया है और इस समय अरब सागर में लक्षद्वीप के पास है। इसके चलते लक्षद्वीप में भारी बारिश हो सकती है।

चक्रवाती तूफान पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ते हुए केरल को पार करेगा और भारत के भू-भाग से अरब सागर में पहुंच जाएगा। हालांकि तब तक यह कमजोर हो जाएगा और शनिवार को यह निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। उसके बाद यह सिस्टम पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ता रहेगा और फिर से समुद्री क्षेत्र में आने के चलते यह इसे फिर से सशक्त होने के लिए ऊर्जा मिलने लगेगी जिससे इसके पुनः एक प्रभावी मौसमी सिस्टम में तब्दील होने की आशंका है। हालांकि उस दौरान यह पश्चिमी दिशा में जाएगा जिससे भारत के तटों के प्रभावित होने का खतरा नहीं रहेगा।

इस बीच तमिलनाडु के दक्षिणी भागों और केरल में व्यापक रूप में तूफानी हवाएं चलने और मूसलाधार वर्षा आज तक जारी रहने की संभावना है। लेकिन तूफान के आगे बढ़ने और धीरे-धीरे कमज़ोर होने के चलते गतिविधियां कम होती जाएंगी जिससे सामान्य जनजीवन फिर से पटरी पर लौट सकता है।

जबकि दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में अब गज की आफत खत्म हो गई है। हालांकि केरल में इसके प्रभाव से कम से कम आज तक अच्छी बारिश जारी रहने की संभावना है। तमिलनाडु, इससे सटे आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी हल्की बारिश हो सकती है।

इस बीच बंगाल की खाड़ी से चक्रवात गज के जाने के बाद यहाँ एक नया चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। यह सिस्टम भी तमिलनाडु की तरफ बढ़ेगा। इससे उम्मीद कर सकते हैं कि दक्षिणी राज्यों में आने वाले दिनों में भी उत्तर पूर्वी मॉनसून सक्रिय बना रहेगा।

उत्तर भारत के मौसम की बात करें तो पहाड़ों पर बर्फबारी बंद है लेकिन यहाँ उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर की वादियाँ बर्फ की सफ़ेद चादर में ढँकी हुई हैं। लेह, पहलगाम, कुपवाड़ा, मनाली में आज भी रात का तापमान शून्य से नीचे रिकॉर्ड किया जाएगा। सबसे बुरे हालात लेह में होंगे जहां पारा शून्य से 8 डिग्री तक नीचे होगा।

अब यहाँ से हवाएँ बर्फ की ठंडक अपने साथ लेकर मैदानी छेत्र में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश तक पहुँच रही हैं। इन भागों में तापमान में गिरावट आई है। आज भी पारा नीचे जा सकता है।

इन हवाओं को दिल्ली-एनसीआर के लोग वरदान मान सकते हैं। क्योंकि ठंडी और शुष्क हवाओं ने दिल्ली की फिज़ाओं में घुले प्रदूषण को साफ कर दिया है। कम से कम दो दिन लोग इसी तरह से बेहतर हवा में सांस ले सकते हैं।

इस दौरान अमृतसर, अंबाला, हिसार, भिवानी, दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा, ग्वालियर सहित कई शहरों में आज भी तापमान 2-3 डिग्री और नीचे जाएगा। इसी तरह कानपुर, प्रयाग, वाराणसी, पटना, बक्सर, औरंगाबाद और रांची सहित पूर्वी भारत में भी रात में सर्दी बढ़ेगी क्योंकि पारा गिरेगा। अरुणाचल, असम और मेघालय में बारिश जारी रहेगी।

साभार: skymetweather.com

चद्र मोहन, कृषि जागरण

English Summary: Know where the rain will be on November 17 and where will the sunshine and where the cloud? Published on: 17 November 2018, 12:20 PM IST

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