
IMD Weather Alert: देश के कई राज्यों में मौसम में तेज़ बदलाव देखने को मिल रहा है. एक ओर जहां राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में लू और गर्म हवाओं की स्थिति बनी हुई है, वहीं मौसम विभाग के द्वारा जारी की गई ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान झारखंड, ओडिशा और मेघालय में बारिश, तेज़ हवाएं और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान की संभावना है.
ऐसे में मौसम विभाग ने किसानों और पशुपालकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह दी गई है, जिससे वे अपनी फसलों, पशुओं और खुद की सुरक्षा कर सकें.
फसलों की सुरक्षा के लिए अपनाएं ये उपाएं
- झारखंड में सब्जियों और बागवानी फसलों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए हेल नेट और हेल-कैप (Hell Net and hell-Cap) का उपयोग करें.
- कटी हुई फसल या उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखें, या खेतों में तिरपाल से ढककर नुकसान से बचाएं.
- मेघालय और ओडिशा में परिपक्व फसलों की तुरंत कटाई कर लें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखें.
- खेतों में अतिरिक्त जल निकासी की व्यवस्था करें ताकि पानी जम न सके.
पश्चिम भारत के लिए लू और गर्म हवाओं की चेतावनी
मौसम विभाग के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, 14 से 19 अप्रैल तक पश्चिमी राजस्थान, 15 से 19 अप्रैल तक पूर्वी राजस्थान, और 15 से 17 अप्रैल तक गुजरात में गर्म हवाओं का असर रहेगा. 16 से 18 अप्रैल के दौरान पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी मध्य प्रदेश में लू चलने की संभावना है.
IMD की ताजा अपडेट के मुताबिक, ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) वाले क्षेत्रों में धूप में अधिक समय बिताने वाले और भारी कार्य करने वाले लोगों में गर्मी से जुड़ी बीमारियां बढ़ सकती हैं. कमजोर वर्ग जैसे बुज़ुर्ग, बच्चे और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
किसान और आम जनता के लिए सुझाव
- लू से बचाव (Heat Protection) के लिए हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें.
- बाहर जाते समय सिर को ढकें – टोपी, छाता या गमछे का प्रयोग करें.
- पानी अधिक मात्रा में पिएं, चाहे प्यास न भी लगी हो.
- घर के बने पेय जैसे नींबू पानी, लस्सी, छाछ या तोरानी (चावल का पानी) का सेवन करें.
पशुपालकों और मत्स्यपालकों के लिए सुझाव
- ओलावृष्टि या तेज़ बारिश के दौरान पशुओं को शेड (Animal shed) में रखें और उन्हें संतुलित आहार दें.
- चारे को सूखे और सुरक्षित स्थान पर रखें.
- पोल्ट्री शेड (poultry shed) की छत पर घास रखकर गर्मी से बचाव करें.
- मछली पालन करने वाले किसान तालाब के किनारे जालदार आउटलेट बनाएं ताकि अतिरिक्त पानी बहने पर मछलियाँ बाहर न निकलें.
इस समय मौसम की स्थिति गंभीर हो सकती है. ऐसे में किसानों, पशुपालकों और आम जनता को सजग रहने और समय पर उचित कदम उठाने की ज़रूरत है, जिससे फसलों, पशुओं और स्वास्थ्य को किसी भी तरह के नुकसान से बचाया जा सके. सरकार और मौसम विभाग द्वारा समय-समय पर जारी की जा रही सलाहों का पालन करें.
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