भारत में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक यानी पॉलीथिन बैग और प्लास्टिक से बनने वाली कई अन्य प्रकार की चीजों के उत्पादन और बिक्री पर पूरी तरीके से बैन लगा दिया गया है. सरकार के इस फैसले से जहां एक ओर कई कंपनियों को झटका लगा है, तो वहीं दूसरी ओर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन एसे में नॉन वोवेन बैग का चलन काफी बढ़ रहा है और यही नहीं आगे आने वाले समय में यह प्लास्टिक बैग का एक विकल्प भी बन सकता है. साथ ही यह स्वरोजगार करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए एक अच्छा कमाई का ज़रिया भी बन रहा है.
कम लागत में शुरु कर सकते हैं नॉन बोवेन बैग का बिज़नेस
नॉन बोवेन बैग (Non woven bag) का बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको सिर्फ तीन प्रकार की मशीनों की जरुरत पड़ती है. जिसमें फेब्रिक कटिंग मशीन, सीलिंग मशीन और हाईड्रोलिक पंचिंग मशीन शामिल है. इन मशीनों को आप किसी भी दुकान या फिर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीद सकते हैं. मशीनों की कीमत के बारे में अगर बात करें, तो इन्हें खरीदने के लिए करीब एक लाख का निवेश करना पड़ सकता है.
कम लागत में होगा ज्यादा मुनाफा
नॉन बोवेन बैग (Non woven bag) का बिजनेस कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाला साबित हो सकता है, क्योंकि 1 जुलाई को देश में प्लास्टिक बैन होने से पहले इस बैग की मैन्यूफैक्चरिंग काफी कम थी, लेकिन प्लास्टिक बैन होने बाद बाजार में इसकी डिमांड काफी तेज हो गई है. इस बात से नॉन बोवेन बैग के बिजनेस में होने वाले फायदे का अनुमान लागाया जा सकता है.
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नॉन बोवेन बैग से कमा सकते हैं रोजाना 8000 रुपए
नॉन बोवेन बैग बनाने की प्रक्रिया में खास बात ये है कि इसका रॉ मटीरीयल यानी इसका फेब्रिक काफी आसानी से और कम कीमत पर उपलब्ध हो जाता है. फेब्रिक मिलते ही आप इन मशीनों के जरिए एक दिन में 5000 से ज्यादा बैग तैयार कर सकते हैं. बाजार में ये बैग 60 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचे जा सकते हैं. इस तरह आप रोजाना सात से आठ हजार रुपए की कमाई कर सकते हैं.
ऐसे तैयार होता नॉन बोवेन बैग
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नॉन बोवेन बैग बनाने के लिए सबसे पहले फेब्रिक कटाई मशीन की मदद से बैग की शेप के फेब्रिक को काटा जाता है.
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अगले स्टेप में सीलिंग मशीन की मदद से काटे गए बैग को तीन ओर से सिला जाता है.
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ये सब काम होने के बाद अंत में हाइड्रोलिक पंचिंग मशीन की मदद से बैग के हैंडल को काटा जाता है.
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सबसे अंत में अगर आप अपने बैग को कुछ अलग बनाना चाहते हैं, तो फिर आप प्रिंटिंग मशीन का इस्तेमाल कर अपने हिसाब से बैग को डिजाइन भी कर सकते हैं.
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