अगर आप नौकरी के साथ-साथ कुछ और कमाई का जरिया ढूंढ रहे हैं तो आपके लिए मधुमक्खी का पालन काफी अच्छा रहेगा. मधुमक्खी के व्यवसाय से आप काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं और यह एक पर्यावरण के अनुकूल एक अच्छा व्यवसाय हो सकता है. मधुमक्खी पालन के लिए आपको अच्छे प्रशिक्षण की जरुरत होती है.
मधुमक्खियों को पोषण मकरंद द्वारा होता है, मधुमक्खी पालने से पहले आपको एक सही जगह का चुनाव करना चाहिए. इसके लिए एक सही ऋतु भी निर्भर करती है क्योंकि मधुमक्खी के शहद को बनाने के लिए इनको खेतों के पराग से रस लेना होता है. मधुमक्खियों को नींबू, अमरुद, आम, अंगूर और अनार की फसलों से अच्छी मात्रा में मकरंद मिल जाता है.
मधुमक्खी पालन के लिए स्थान निर्धारण
मधुमक्खियों के रहने के लिए ऐसी जगह का चयन करना चाहिए, जिसके 3 से 4 किलोमीटर के आस-पास भारी मात्रा में पेड़-पौधे और फसलें हों. इसके शहद के बॉक्स को एक समतल स्थान पर रखना चाहिए. इसके साथ ही उसके आस-पास उचित पानी निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए. इनके रहने के आस-पास की जगह ज्यादा घनी नहीं होनी चाहिए क्योंकि शहद के उत्पादन के लिए हवा का आवागमन सुचारू तरीके से जरुरी होता है.
शहद निष्कासन
शहद के बॉक्स जब 80 से 90 प्रतिशत तक शहद जमा हो जाए तो उसमें से शहद का निष्कासन कर लेना चाहिए. यह बात ध्यान रखें कि शहद के छत्ते से शहद निकालने के बाद उसे वापस उसी स्थान पर रख दें, ताकि मधुमक्खियां फिर से शहद बनाना शुरू कर दें.
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एक बार शहद को निकालने के बाद उसे एक टंकी में 50-60 घंटे तक के लिए रख दें. ऐसा करने से शहद में मौजूद हवा के बुलबुले, मोम आदि चीजें शहद की ऊपरी सतह पर आ जाती हैं और अन्य मैली चीजें टंकी के नीचली सतह पर बैठ जाती है. अब आप शहद को बारीक़ कपड़े से छानकर सूखी बोतलों में पैक कर लें.
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