भारत दुनिया का 7वां सबसे बड़ा देश है जहां भौगोलिक विशेषताओं (Geographical features) की बहुत बड़ी जनसंख्या मौजूद है. हमारे भारतीय उपमहाद्वीप में, रेत के समुद्र तट और हिमालय पर्वत दोनों ही देखने को मिलते हैं. यहां खाना पकाने की कई प्रकार की शैलियां हैं और पूरे भारत के धार्मिक, सांस्कृतिक और इतिहासिक प्रभावों में कई क्षेत्रीय विशिष्टताओं (Regional Specialties) को भारतीय व्यंजनों में प्रचुर मात्रा में पाया जा सकता है. तो ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख में भारत के कुछ मौलिक मसालों व उनके स्वाद (Land of Spice and Flavour) और उनके मूल के सिद्धांतों पर चर्चा करेंगे और उनके बारे में और अधिक जानेंगे. तो आइए जानते हैं इन मसालों के बारे में.....
इलायची (Cardamom)
इलायची देखने में कैप्सूल के आकार की होती है इसको मसल कर सुखाया जाता है. क्योंकि इसमें कई आवश्यक तेल होते हैं, और इसलिए यह बहुत सुगंधित होती है. ये अक्सर खाना बनाने के मसाले के मिश्रण में उपयोग की जाती है.
मेथी के बीज (Fenugreek Seeds)
मेथी बहुत महत्वपूर्ण है. इसके बीज आकार में छोटे, हल्के और भूरे रंग के होते हैं. इसके बीज अक्सर भारतीय व्यंजनों में विभिन्न मसाले के मिश्रणों में उपयोग किए जाते हैं.
मिर्ची पाउडर (Chilli powder)
मिर्ची दक्षिण अमेरिका का मूल निवासी मसाला है और स्वतंत्रता से पहले अंग्रेजों द्वारा भारत लाया गया था. इस पौधे को लोगों ने बहुत पसंद किया और तब से यह भारतीय खाद्य संस्कृति में शामिल हो गया.
धनिया (Coriander)
यह मसाला का उपयोग सलाद में किया जाता है. इसे धनिया या सिलंटरो के नाम से भी जाना जाता है. इस पौधे के सभी भाग खाने योग्य हैं, लेकिन ताजे पत्ते और सूखे बीज खाना पकाने में सबसे पारंपरिक रूप से उपयोग किए जाने वाले भाग हैं.
लौंग (Clove)
पश्चिमी व्यंजनों में, भारतीय लोग लौंग को क्रिसमस के समय के साथ जोड़ते हैं, हालांकि, भारतीय व्यंजनों में, यह आमतौर पर पूरे वर्ष और हर जगह उपयोग किया जाता है. लौंग तकनीकी रूप से फूल होते हैं और उनके तेल को सूखने और पकाने और दांतों की समस्याओं में उपयोग किया जाता है. लौंग का उपयोग मसाले के मिश्रण में किया जाता है.
हल्दी (Turmeric)
इस मसाले में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं. क्या आप जानते हैं, सबसे अच्छी हल्दी या हल्दी किस राज्य से आती है? तमिलनाडु के सलेम से माना जाता है. ताजी हल्दी का स्वाद सूखे की तुलना में थोड़ा मजबूत होता है. इसका लगा दाग जल्दी नहीं जाता. इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप इसका उपयोग करते समय अपने कपड़े को बर्तनों से दूर रखें.
करी पत्ते (Curry leaves)
सूखे करी पत्ते में एक मसालेदार गंध होती है और करी पेड़ से निकाली जाती है. इसका उपयोग चावल या रोटियों के साथ परोसे जाने वाले दाल को पकाने के लिए किया जाता है.
सौंफ़ के बीज (Fennel Seeds)
सौंफ़ की खेती सबसे पहले भूमध्यसागरीय क्षेत्र में की गई थी. वहां से, यह मसाले के माध्यम से तेजी से फैल गया. फिर धीरे-धीरे इसने लोकप्रियता हासिल की और भारत आ गया. यह मसाला अब कई खाद्य व्यंजनों के लिए एक घटक है.
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