हमारे देश की लगभग 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी कृषि पर निर्भर है. पिछले कुछ सालों में एक तरफ खेती में लगातार कई किसानों को लाभ मिल रहा है, तो वहीं कई किसानों को नुकसान भी हो रहा है. इस वजह से कई किसान खेती से किनारा करते जा रहे हैं.
ऐसे में किसान एक बार फिर से खेती की तरफ रूख करें, इसके लिए केंद्र सरकार और कई निजी संस्थाएं हैं, जो कि कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही हैं. इनके द्वारा किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके अलावा, समय-समय पर पुरस्कार भी दिए जा रहे हैं.
उत्कृष्ट खेती के लिए पुरस्कार
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद( ICAR- https://icar.org.in/) एक ऐसी संस्था है, जो कृषि क्षेत्र में काम करने के लिए अग्रणी है. यही संस्था खेती-किसानी से जुड़ी नई नीतियां, नई-नई तकनीके और फसलों के लिए फैसलें लेती है. इसके अलावा, हर साल किसानी में उत्कृष्ट काम करने वाले किसानों को प्रोत्साहित भी करती है. आइए आपको बताते हैं कि हर साल आईसीआर द्वारा किसानों को किन पुरस्कारों के लिए नामांकित किया जाता है.
जगजीवनराम अभिनव किसान पुरस्कार/ जगजीवनराम नवप्रर्वतक किसान पुरस्कार
हर साल खेती में नए तकनीक का प्रयोग करने वाले, साथ ही अपनी आमदनी बढ़ाने वाले किसानों को राष्ट्रीय स्तर पर 3 पुरस्कार दिए जाते हैं. इस पुरस्कार के तहत 1 लाख रुपए की नकद राशि दी जाती है. इसके साथ ही प्रशस्ति पत्र और मेमेंटो भी दिया जाता है. इसके अलावा पुरस्कार विजेता किसान को समान राशि दी जाती है, जिसके द्वारा किसान अपने अनुसंधान का प्रचार-प्रसार सही तरह से कर सकें.
एन.जी.रंगा किसान पुरस्कार
किसानों को विविध प्रकार की खेती के लिए एन.जी.रंगा किसान पुरस्कार दिया जाता है. इस पुरस्कार के तहत किसानों को स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र के साथ 1 लाख रुपए का इनाम दिया जाता है.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योसदय कृषि पुरस्कार
किसान खेती का लाभ ज्यादा उठा सकें, इसके लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योरदय कृषि पुरस्कार दिया जाता है. यह एक वार्षिक पुरस्कार है. यह सीमांत, लघु एवं भूमिहीन किसानों के योगदानों को मान्यता देने के लिए दिया जाता है. इसके तहत किसान को स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र और 1 रुपए देने का प्रावधान है.
हलधर जैविक कृषि पुरस्कार
जैविक खेती में किसानों के उत्कृष्ट योगदान के लिए हलधर जैविक किसान पुरस्कार की स्थापना की गई है. इसके तहत 1 लाख रुपए दिए जाते हैं, लेकिन ये पुरस्कार उन्हीं किसानों को मिलता है, जिनके पास जैविक प्रमाणीकरण संस्था की तरफ से प्रमाणपत्र होता है. इसके साथ ही जैविक कृषि में 5 साल का अनुभव रखता है.
महिंद्रा समूह भी देता है पुरस्कार
हर साल खेती को बढ़ावा देने के लिए और नवीव प्रयोगों के लिए महिंद्रा समूह द्वारा महिंद्रा समृद्धि भारत कृषि अवार्ड्स की तहत राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर पुरस्कार दिया जाता है. इसमें कृषक सम्राट (पुरूष श्रेणी), कृषि प्रेरणा सम्मान (महिला), कृषि युवा सम्मान (युवा) शामिल है. इसके तहत राष्ट्रीय स्तर पर 2.11 लाख और क्षेत्री स्तर 51 हजार की राशि दी जाती है.
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