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बाजारों में सिर्फ इतने रुपये में मिलेगा इको-फ्रेंडली बांस की बोतल और गाय के गोबर से बना साबुन

एमएसएमई मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाली खादी ग्रामोउद्योग ने गाय के गोबर से बनी नहाने की साबुन और बांस से बनी बोतल मार्केट में लॉन्च कर दी है. इसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार यानि गांधी जयंती के शुभ अवसर पर किया. उन्होने उत्पादों को लॉन्च करते हुए कहा कि वह जैविक खेती और इसके लाभों के बड़े प्रवर्तक हैं.जोकि हमारे पर्यावरण को अनुकूल और शुद्ध रखने के साथ- साथ हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होगी. बांस से बनी बोतल की खासियत यह है कि यह इको- फ्रेंडली होने के साथ ही इसमे 750 एमएल पानी धारण करने की क्षमता है और इसकी कीमत बाजार में 300 रुपए से शुरू होकर 900 रुपये के बीच रखी गयी है. वहीं गोबर से बने साबुन पूरी तरह एंटी -बैक्टीरियल साबुन होगा जो त्वचा को खतरनाक बैक्टीरिया से बचाने के साथ -साथ त्वचा को साफ़ और खूबसूरत भी बनाएगा. इस 125 ग्राम के गोबर-साबुन की कीमत 125 रुपये रखी गयी है. यह दोनों उत्पाद पूरी तरह जैविक होंगे.

मनीशा शर्मा
Ministers gadhkari

एमएसएमई मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाली खादी ग्रामोउद्योग ने गाय के गोबर से बनी नहाने की  साबुन और बांस से बनी बोतल मार्केट में लॉन्च कर दी है. इसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार यानि गांधी जयंती के शुभ अवसर पर किया. उन्होने उत्पादों को लॉन्च करते हुए कहा कि वह जैविक खेती और इसके लाभों के बड़े प्रवर्तक हैं.जोकि हमारे पर्यावरण को अनुकूल और शुद्ध रखने के साथ- साथ हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होगी.

 बांस से बनी बोतल की खासियत यह है कि यह इको- फ्रेंडली होने के साथ ही इसमे 750 एमएल पानी धारण करने की क्षमता है और इसकी कीमत बाजार में 300 रुपए से शुरू होकर 900 रुपये के बीच रखी गयी है. वहीं गोबर से बने साबुन पूरी तरह एंटी -बैक्टीरियल साबुन होगा जो त्वचा को खतरनाक बैक्टीरिया से बचाने के साथ -साथ त्वचा को साफ़ और खूबसूरत भी बनाएगा. इस 125 ग्राम के गोबर-साबुन की कीमत 125 रुपये रखी गयी है. यह दोनों उत्पाद पूरी तरह जैविक होंगे.

bottle

इस दौरान MSME मंत्री ने अच्छी प्रदर्शन करने वाली निर्यात इकाइयों को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में सूचीबद्ध करने के लिए कहा है. मंत्रालय ने एक योजना का सुझाव दिया है जो केंद्र द्वारा इस तरह के सूचीबद्ध सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों में 10 प्रतिशत इक्विटी भागीदारी केंद्र सरकार करेगी. दरअसल गडकरी ने कहा, ‘20 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज में पंजीकृत थे और जो अब पूंजी बाजार में प्रवेश कर रहे हैं. हमने एक योजना बनाई है और इसे वित्त मंत्रालय को भेजा है, जिसमें सरकार द्वारा 10 प्रतिशत इक्विटी का योगदान होगा".

उन्होंने यह भी कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) को आने वाले 2 सालों में 10,000 करोड़ से ज्यादा कारोबार करेगा और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों या गांवों में रहने वाले लोगों के लिए बड़े स्तर पर रोजगार देना चाहिए. मंत्री ने ग्राहकों के बीच जैविक वस्तुओं की बढ़ती स्वीकृति के साथ खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा बेचे जाने वाले उत्पादों की ब्रांडिंग के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, "हमें गुणवत्ता के साथ, अच्छी पैकेजिंग की जरूरत है.’’

English Summary: Eco-friendly bamboo bottle and cow dung soap will be available in markets for only Rs. 125 Published on: 03 October 2019, 03:00 PM IST

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