Chemical Insecticides: हम अपनी फसलों के लिए आज से नहीं बल्कि कई शताब्दियों से फसलों के लिए कीटनाशकों (Insecticides) का प्रयोग करते आ रहे हैं. लेकिन पहले और आज के कीटनाशकों (Insecticides) में एक बड़ा फर्क यह होता है कि पहले हम जैविक कीटनाशकों (Insecticides) का प्रयोग करते थे और अब हम रासायनिक कीटनाशकों (Chemical Insecticides) का प्रयोग करते हैं. रासायनिक कीटनाशकों (Chemical Insecticides) का प्रयोग फसलों को बहुत नुकसान भी पहुंचाते हैं. वैसे तो बाज़ार में जितने भी कीटनाशक उपलब्ध होते हैं उन सभी को प्रमाणिकताओं के आधार पर ही बाज़ार में क्रय या विक्रय के लिए लाया जाता है. लेकिन फिर भी किसानों की फसलों को बहुत ही बड़ी मात्रा में नुकसान हो जाता है. इन्हीं कारणों को आज हम विस्तार से जानने का प्रयास करेंगें.
फसलों के लिए कई तरह के कीटनाशक बाज़ार में उपलब्ध होते हैं. लेकिन आपको इनको खरीदने से पहले गहन जानकारी का होना आवश्यक होता है. सबसे पहले आपको यह जानकारी होना आवश्यक है कि आप कौन से रोग के लिए कौन से कीटनाशक का प्रयोग करने जा रहे हैं.
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नीचे दी गयी लिस्ट के माध्यम से यह आसानी से समझ सकते हैं कि फसलों में किस तरह के रोग लगते हैं और बाज़ार में उन्हीं रोगों से सम्बंधित कीटनाशक दवाएं आती हैं:
कीटनाशक (Insecticides) |
लक्ष्य (Target) |
पक्षीनाशी |
पक्षी |
शाकनाशी |
पौधे |
इन्सेक्टिसाइड |
कीट |
दीमकनाशी |
दीमक |
नेमेटिसाइड |
निमेटोड |
कृंतकनाशी |
कृंतक |
विषाणुनाशी |
विषाणु |
एल्गीनाशी |
एल्गी |
फफूँदनाशी |
फफूँद |
घोंघानाशी |
घोंघा |
जीवाणु |
बैक्टीरिया |
बाज़ार में आज उपर्युक्त सभी के लिए के लिए अलग-अलग कीटनाशक उपलब्ध होते हैं. लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी बात यह होती है कि आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि आप जो कीटनाशक अपनी फसल के लिए प्रयोग में लाने वाले हैं वह रोग आपकी फसल को है भी या नहीं. आज बाज़ार में बहुत से ऐसे कीटनाशक भी आ रहे हैं जिनका प्रयोग अगर आप समान रोग के लिए भी अलग-अलग फसल के लिए कर रहे हैं तो भी नुकसान होता है. सरकार ने कुछ कीटनाशकों (Insecticides) को कुछ फसलों के लिए निर्धारित किया है आप नीचे दी गयी लिस्ट में आप बाज़ार में मिलने वाले कुछ ऐसे कीटनाशकों (Insecticides) के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको बाज़ार में कई फसलों के लिए प्रतिबंधित किया जा चुका है:
Insecticides |
Crops |
मालाथयॉन |
ज्वार, मटर, सोयाबीन, अरंडी, सूरजमुखी, भिंडी, बैगन, फूलगोभी, मूली |
क्युनलफोस |
जूट, इलायची, ज्वार |
मैनकोजेब |
अमरुद, ज्वार, टैपिओका |
अक्सिफलोरफेन |
आलू, मूंगफली |
क्लोरप्यरिफोस |
बेर, साइट्रस, तंबाकू |
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यही कारण हैं कि जानकारी न होने के कारण किसान किसी भी दवा को अपनी फसल पर प्रयोग कर देते हैं. जिसके कारण भारत में प्रतिवर्ष कई टन फसल की पैदावार को नुकसान हो जाता है जिसका खामियाजा किसान को झेलना पड़ता है.
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