आजकल घरों में हरियाली के लिए और ग्लोबल वार्मिंग के चलते लोग पौधे लगाते हैं। क्योंकि पेड़ पौधे न केवल हमारे पर्यावरण को हरा भरा और खिला खिला रखते हैं, बल्कि धरती पर जीवन के लिए यह अहम भी हैं। पेड़ पौधे इंसान और नेचर के लिए वरदान है।
इन पेड़ पौधों से हम कागज, फर्नीचर, ईधन यहां तक आक्सीजन भी मिलता हैं। इसके अलावा हमारे लिए भोजन की व्यवस्था भी इन्हीं पेड़ पौधों से होती हैं।हालांकि इनमें से कुछ पेड़ हमारे लिए नुकसानदायक भी होते हैं। इस प्रकृति में एक ऐसा भी पौधा है जिसे लोग किलर ट्री के नाम से जानते हैं।
हम बात कर रहे हैं जियानट होगवीड नामक पौधे की, यह गाजर घास की प्रजाति का पौधा है। आपको बता दें कि यह ज्यादा बड़ा तो नहीं होता, लेकिन खतरनाक होता है। यह पौधा दिखने जितना खूबसूरत है वास्तव में उतना ही खतरनाक हैं। इस पौधे का वैज्ञानिक नाम हेरकिलम मेंटागेजिएनम है।
होगवीड पौधा न्यूयॉर्क, पेंनसेल्वेनिया, ओहियो, मेरीलैंड, वॉशिंगटन, मिशिगन और हेम्पशायर में पाया जाता है। इसे छूने भर से हाथों पर छाले या फफोले पड़ जाते हें। इनमें मवाद भरती है। ऐसा भी माना जाता है कि कभी कभी इसे छूने के 48 घंटे के भीतर इसका खतरनाक असर होता है कि लोगों को ठीक होन में कर्इ साल का वक्त लग जाता है।
इतना ही नहीं कहते तो यह भी हैं कि इस पौधे को छूने से इंसान की आंखों की रोशनी भी चली जाती है। डॉक्टर्स के मुताबिक अभी तक इन पौधे से शरीर को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए कोई सटीक दवा नहीं बन पाई है। हम आपको बताते हैं कि यह पौध इतना जहरीला क्यों होता है।
दरअसल, इस पौधे के अंदर सेंसआइजिंग फूरानोकौमारिंस नामक रसायन पाया जाता है। यह सांप के जहर से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है। अगर आपने इस पेड़ को सहला भी दिया तो कुछ ही घंटों में पूरी त्वचा जलने लगेगी। यहां तक कि अगर आप धूप में गए तो परिणाम और भयंकर हो जाएंगे। कुछ लोग तो होगवीड के संपर्क में आने के लगभग 6 महीने तक धूप में नहीं जा पाए।
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