दोस्तों! आम तो आपने कई किस्मों के खाएं होंगें. महँगे भी और सस्ते भी. आज हम आपको दुनिया के सबसे महंगे आम के बारे में बताएंगे. सबसे महंगा आम (Sabse mehnga aam) जिसकी सुरक्षा में जंगली कुत्ते और गार्ड तैनात किए जाते हैं. जी हां यह है- तइयो नो तमागो.
आम की किस्म प्रायः जापान के मियाजाकी प्रांत में पाई जाती है. कीमत सुनकर आप चौंक जाएंगे. इसके दो आमों की जोड़ी ढाई लाख रुपए तक में मिलती है. इनकी खेती सिर्फ स्पेशल ऑर्डर मिलने पर ही की जाती है यानी इस आम को बड़ी आसानी से नहीं खरीद सकते.
कैसा दिखता है ये आम और क्या है खासियत
यह आधा लाल और आधा पीला होता है. कभी - कभी जमुनी सा दिखने जामुनी सा दिखने वाला यह आम बेहद खूबसूरत नजर आता है. जापान में इसे गर्मी और सर्दी के बीच के मौसम में तैयार किया जाता है, इसलिए इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है क्योंकि इसे एक खास तरीके से तैयार किया जाता है. मियाजाकी आम में एंटीऑक्सीडेंट्स, बीटा-कैरोटीन और फॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ये आंखों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. यह आम कैंसर से बचाता है. कोलेस्ट्रॉल कम करता है. स्किन के लिए फायदेमंद होता है. हीट स्ट्रोक से बचाता है और इम्यूनिटी बूस्ट करता है.
यह आम सुर्ख लाल रंग का होता है और इसका आकार डायनोसॉर के अंडे जैसा होता है. बताया जाता है कि जापान में यह आम खास क्लाइमैटिक कंडीशन में उगता है और क्वालिटी टेस्ट के बाद ही एक्सपोर्ट किया जाता है.
क्या है प्रक्रिया
इस आम के पेड़ पर फल आते ही एक-एक फल को जालीदार कपड़े से बांध दिया जाता है. इस आम का वजन करीब 350 ग्राम तक होता है. इस लिहाज से केवल 700 ग्राम यानी दो आम की कीमत जब ढाई लाख रुपए से ज्यादा है तो एक किलो के लिए तो करीब 3 लाख रुपए से ज्यादा ही खर्च करने पड़ेंगे.
2017 में लगाई गई थी बोली
साल 2017 में इस आम के एक जोड़े की बोली लगाई गई थी, जिसमें यह रिकॉर्ड 3600 डॉलर यानी करीब दो लाख 72 हजार रुपए में बिका था.
भारत में भी मिलता है ये दुर्लभ आम
यूँ तो यह आम मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में उगाया जाता है लेकिन यह भारत और साउथ एशिया में काफी पॉप्युलर है. बिहार के पूर्णिया में एक पेड़ और मध्य प्रदेश के जबलपुर में इसके कुछ पेड़ हैं. पूर्णिया में इस नस्ल का इकलौता पेड़ 25 साल से यहां के भट्टा दुर्गाबाड़ी स्थित पूर्व विधायक अजीत सरकार के घर में है.अजीत सरकार के दामाद विकास दास बताते हैं कि करीब 30 वर्ष पहले विदेश से आए एक विदेशी मेहमान ने अजीत सरकार की बेटी रीमा सरकार को इस दुर्लभ जाति के आम के पौधे को उपहार के तौर पर दिया था. पौधा को लगाने वाले ने कहा कि जब उन्होंने इस पौधा को लगाया तब इसके महत्व के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी.
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उन्होंने कहा कि सुंदरता के लिए इस पौधे को लगा दिया गया. लेकिन जब इसकी महत्ता और आम के बोली लगने की बात सामने आई तो सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी लगा दिया गया और लोगों को भी निगरानी करने के लिए रखा गया है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर के संकल्प परिहार ने भी इस आम कौ पौधा अपने बगीचे में लगाया है.उन्होंने चेन्नई जाने के दौरान ट्रेन में एक व्यक्ति से आम के पौधे खरीदे थे. घर लौटकर आने पर अपने बगीचे में ये आम के पेड़ लगाए. बाद में उन्हें भी पता चला कि यह दुनिया का सबसे महंगा आम है.
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