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खाद की किल्लत से रबी फसलों की बुवाई में आएगी दिक्कत! जानें क्या कहता है आकड़ा

रबी सीजन की फसलों की तैयारियों में किसान जुट गए हैं. ऐसे में किसानों को इसकी बुवाई करने के लिए खाद की जरूरत पड़ेगी,लेकिन इस बीच देश के कई इलाकों से खाद की किल्लत का विषय चर्चा में बना हुआ है... का विषय बनी हुई हैं.

अनामिका प्रीतम
Khad
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किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण सीजनों में से एक रबी सीजन की अब शुरुआत होने वाली है. ऐसे में किसान भाई इसकी फसलों की तैयारियों में जुट गए हैं.

आने वाले 10 दिनों के अंदर इस सीजन की फसलों की बुवाई शुरू हो जायेगी, इसलिए किसान अभी से ही सरसों, गेंहू जैसे कई रबी सीजन की फसलों की बुवाई के लिए खाद खरीदने लगे हैं.

हालांकि, इस बीच देश के अलग-अलग हिस्सों से खाद की किल्लत को लेकर मारा-मारी की खबरें सामने आ रही हैं. ताजा मामला मध्य प्रदेश के मुरैना का है. यहां के किसान अभी से ही खाद की किल्लत को लेकर परेशान हो गए हैं. यहां रबी फसल की बुवाई से पहले ही स्टॉक से ज्यादा डीएपी और यूरिया की डिमांड आने लगी है.

बता दें कि कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में बीते साल 1 अप्रैल 2021 से 30 सितंबर 2021 में जितनी खाद बेची गई, उससे ज्यादा खाद का स्टॉक हर जिले में कर दिया गया था, जबकि इसी अवधि के दौरान डिमांड से 28% कम यूरिया और 44% कम डीएपी की ब्रिक्री हुई थी. ऐसे में देखा जाए, तो ये कमी अभी भी हो सकता है.

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जानकारी के मुताबिक, वर्तमान समय में 2 लाख 54 हजार मैट्रिक टन यूरिया और 2 लाख मैट्रिक टन डीएपी का स्टॉक मौजूद है. हालांकि सरकारी कागजों के अनुसार, अक्टूबर में यूरिया की डिमांड 6 लाख मैटिक टन और डीएपी की डिमांड 4 लाख मैट्रिक टन पर पहुंच जायेगी. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि इस रबी सीजन खाद की किल्लत हो सकती है.

English Summary: There will be problem in sowing of Rabi crops due to shortage of manure! Know what the data says Published on: 30 September 2022, 02:03 PM IST

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