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खुद का सीड बैंक खोल कर सुदामा साहू अर्जित कर रहे हैं लाखों

मेहनत और लगन के बलबूते पर इस किसान ने एक मिशाल कायम की हैं. दरअसल आज हम एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं ओडिशा के बरगड जिले के रहने वाले सुदामा साहू की, जिन्होंने खेती के काम में एक अनोखी पहचान बनाई हुई है. जिन्होंने खुद का देसी बीज बैंक खोलकर अपनी नयी पहचान बनाई है. ऐसे में आइये जानते हैं इस सफल किसान की सफलता की कहानी -

स्वाति राव
Seed Bank
Seed Bank

मेहनत और लगन के बलबूते पर इस किसान ने एक मिशाल कायम की हैं. दरअसल आज हम एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं ओडिशा के बरगड जिले के रहने वाले सुदामा साहू की, जिन्होंने खेती के काम में एक अनोखी पहचान बनाई हुई है. जिन्होंने खुद का देसी बीज बैंक खोलकर अपनी नयी पहचान बनाई है. ऐसे में आइये जानते हैं इस सफल किसान की सफलता की कहानी -

सुदामा साहू एक बहुत ही छोटे से गरीब किसान परिवार के थे. उनके पिता खेती बाड़ी कर घर का गुजार चलाते थे, लेकिन बाद में उनके पिता का स्वस्थ्य ठीक न होने के कारण उनके पिता भी खेती का काम छोड़कर घर में रहने लगे, जिससे पूरे घर की जिम्मेदारी सुदाम साहू के कंधे पर आ गया. जिसके बाद से ही उन्होंने कम उम्र से ही खेती बाड़ी की तरफ अपना रुख किया.

बीज बैंक बनाने के लिए ट्रेनिंग ली (Get Training to Make a Seed Bank)

सुदामा का कहना है कि बीज बैंक बनाने के लिए उन्होंने वर्धा (महाराष्ट्र) गांधी आश्रम में जाकर ऑर्गेनिक खेती और बीज सहेजने की ट्रेनिंग ली. जहाँ उन्हें इस बीज बैंक खोलने के लिए बीज के बारे बहुत जानकारी प्राप्त हुई. और फिर अपना खुद का बीज बैंक खोला.

सरकारी नौकरी का अवसर छोड़ किया ये काम (Left Government Job Opportunity To Do this work)

सुदामा का कहना है, जब वह 16 साल के थे, तो उनके पिता की शारीरिक स्तिथि ठीक न होने के कारण उनके ऊपर घर की सारी जिम्मेदारी आ गयी थी, उस समय वह 12 वीं कक्षा में थे, लिहाजा 7वीं क्लास से ही उन्होंने खेती का काम शुरू कर दिया था. उनका कहना है खेती में उनकी मां भी उनके साथ काम करती थीं और हल खींचने में मदद करती थीं. वह हर रोज स्कूल से आने के बाद खेती के काम में लग जाते थे. धीरे-धीरे खेती में मेरी दिलचस्पी बढ़ने लगी और 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी और फुल टाइम खेती करने लगे". इस दौरान उन्हें कई सरकारी नौकरी के अवसर भी आये, लेकिन उन्होंने ठुकरा कर, इस काम को अपनाया.

वर्तमान समय में दे रहे हैं ट्रेनिंग  (Presently Giving Training)

वर्तमान समय में सुदामा के पास 1100 से ज्यादा बीज की किस्में हैं. जिसमें हजार से ज्यादा धान फसल  और दलहन फसल की किस्म है. इसके साथ ही उन्होंने अनुभव सीड बैंक नाम से एक संस्था बनाई जिसमें हजार से ज्यादा किसान जुड़े हैं. वर्तमान समय में दूसरे किसानों को भी इसकी ट्रेनिंग दे रहे हैं. यहां तक की ओडिशा ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों में भी उन्हें ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है.

सुदामा कर रहे हैं लाखों की कमाई (Sudama is Earning Millions)

बता दें आज के समय में सुदामा के पास खुद का देसी बीज बैंक है. जहाँ आज के समय में उनके पास 1100 से ज्यादा अलग-अलग बीज की किस्में हैं. देशभर में वे इसकी मार्केटिंग कर सालाना 40 लाख रुपए से ज्यादा अर्जित कर रहे हैं. 

English Summary: sudama sahu is earning lakhs by opening his own seed bank Published on: 13 September 2021, 07:10 PM IST

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