श्री कर्ण नरेंद्र विश्वविद्यालय जोबनेर के एग्री बिजनेस इनक्यूबेटर साबी द्वारा प्रशिक्षित स्टार्टअप आमल्दा ऑर्गेनिक फूड एंड रिसर्च सेंटर, भीलवाड़ा की निदेशक अनु कानवात ने हाल ही में कृषि महाविद्यालय, जोबनेर द्वारा आयोजित किसान मेले में भाग लिया और अपने प्रोडेक्ट की प्रदर्शनी लगाई.
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा कृषि एवं किसान मंत्रालय द्वारा संचालित आरकेवीआई रफ्तार योजना के तहत साबी में चयनित होना उनके जीवन का एक टर्निगं पॉइंट था. साबी में संचालित कल्पवृक्ष कार्यक्रम में उन्हें विशेषज्ञों द्वारा हर क्षेत्र की जानकारी जैसे मार्केटिंग, ऑपरेशन, फाइनेंस, उद्यम को सुचारू रूप से चलाने एवं प्रतिष्ठित बनाने आदि कई पहलुओं से अवगत कराया गया.
इन दो महीनों के प्रशिक्षण से उन्होंने अपने उद्दम को और रिफाइन किया, जिसके फलस्वरूप उन्हें भारत सरकार द्वारा 15,00000 की अनुदान राशि के लिए चयनित किया गया.
भीलवाड़ा जिले के आमल्दा गांव की महिलाओं को अनु ने मशरूम की खेती करने का प्रशिक्षण दिया. जब मशरूम पूरी तरह तैयार हो गया और उसकी कटाई एवं बिक्री का समय आया तब तक कोविड के कारण देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की जा चुकी थी. इस समस्या के चलते अनु ने मशरूम के कई मूल्य संबंधित उत्पाद बनाने शुरू किए जैसे मशरूम पाउडर, नमकीन, अचार, सूप पाउडर आदि.
अनु का कहना है कि अनुदान राशि से क्वालिटी कंट्रोल लेबोरेटरी की स्थापना करके अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण देना चाहती हैं, जो आगे चलकर किसान एवं घर की आमदनी को बढ़ाने में मददगार साबित होग. इसके लिए उन्होंने योजना प्रभारी डॉ एके गुप्ता एवं स्टाफ प्रफुल्ल शर्मा हर्षित शर्मा एवं अशोक भूरिया का आभार व्यक्त किया.
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