बिजली बनाने के लिए जिन संसाधनों का उपयोग होता है, उसमें अधिकतर हमारे पास सीमित ही है, यही कारण है कि बिजली उत्पादन के क्षेत्र में तरह-तरह के हजारों शोध हो रहे हैं. वैसे अगर हम कहें कि फल-सब्जियों के कचरे से बिजली बनाई जा सकती है, तो क्या आप यकिन करेंगे? आप भले यकिन न करें, लेकिन हैदराबाद में एक ऐसी सब्जी मंडी है, जहां इस तरह बिजली का उत्पादन होता है.
कचरे से 500 टन बिजली उत्पादन
यह सब्जी मंडी हैदराबाद के बोयिनपल्ली में है और यहां सड़ी-गली खराब फल-सब्जियों से बिजली का उत्पादन होता है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यहां हर दिन करीब 10 टन कचरा निकलता है, जिसे एक प्लांट में ले जाकर 500 यूनिट बिजली का उत्पादन होता है. इतना ही नहीं इसके साथ ही यहां करीब इसी कचरे से 30 किलो बायो फ्यूल भी बनाया जाता है.
कचरे से सब्जी मंडी होती है रोशन
हर दिन सिर्फ कचरे से ही इतना बिजली बना लिया जाता है कि सब्जी मंडी और आस-पास के क्षेत्रों में सभी बल्ब-पंखे और मशीन इसी से चल जाते हैं. इसके साथ ही बायो फ्यूल की मदद से मंडी की कैंटीनों में भोजन तैयार किया जाता है.
बाकि राज्यों पर भी प्रभाव
लोकल किसानों और सब्जीवालों के इस कदम का प्रभाव बाकि राज्यों पर भी पड़ा है और कई जगह उनके इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाने लगा है. बता दें कि अभी 31 जनवरी को अपने मन की बात कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद की इस सब्जी मंडी का जिक्र कर चुके हैं. स्थानीय किसानों और सब्जीवालों की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने इसे खास इनोवेशन कहा.
पीएम मोदी ने की तारीफ
इसके साथ ही मोदी ने कहा कि “हैदराबाद के बोयिनपल्ली में सब्जी मंडी वाले अपना दायित्व निभा रहे हैं, सब्जी मंडियों में अनेक वजहों से काफी सब्जी खराब हो जाती है, लेकिन उसे फैंकने की जगह वो उससे लाभ कमा रहे हैं.
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