रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी में उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया. कृषि मंत्री, कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह, निदेशक कृषि जितेन्द्र कुमार तोमर, महानिदेशक उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद डॉ. संजय सिंह, बीएईआरसी प्रमोद चौधरी, कृषि विवि ग्वालियर डॉ. अरविंद शुक्ला, दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट, अभय महाजन, झाँसी सदर विधायक रवि शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी झाँसी जुनैद अहमद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया.
कृषि विवि झाँसी की छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्वलित करवाया. कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का स्वागत कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने पुष्पगुच्छ एवं बुंदेली अंगवस्त्र उड़ाकर स्वागत किया. कृषि मंत्री सहित सभी अतिथियों को कृषि विवि झाँसी द्वारा तैयार किए गए उत्पाद भेंट किए.
बुंदेलखंड में दलहन, तिलहन, नींबू वर्गीय फसलों की असीम संभावनाएं
सभी अतिथियों का स्वागत परिचय कराते हुए कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड में दलहन, तिलहन, नींबू वर्गीय फसलों की असीम संभावनाएं हैं. प्राकृतिक संसाधनों के क्षरण को ध्यान में रखते हुए पुनर्जीवित कृषि, एकीकृत बागवानी तथा शुष्क मौसम में भी कृषि की नई तकनीकों को अपनाने की जरूरत है. घटते जल स्तर की समस्या के साथ-साथ दलहन तिलहन, मछली पालन, श्री अन्न जैसे विषयों पर बुंदेलखण्ड को आगे आना होगा. उन्होंने बताया कि इस मेले में भा.कृ.अनु.परि./ICAR के 25 संस्थानों सहित देश भर के कृषि संस्थानों के वैज्ञानिकों ने भाग लिया. विधायक सदर झाँसी रवि शर्मा ने इस मेले का प्रमाण देते हुए कहा कि बुंदेलखण्ड अब किसानी क्षेत्र में आगे बढ़ा हैं.
प्रधानमंत्री के प्रयासों से यह कृषि विवि स्थापित हो पाया है. वह किसानों के लिए लगातार अथक प्रयास कर रहे हैं. इस मेले एवं कुलपति के कार्यों की प्रसंसा की. मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि विवि झाँसी और 27 एफपीओ के मध्य हुए एमओयू का बटन दबाकर शुभारम्भ किया. साथ ही साथ श्री लक्ष्मी मधु का भी विमोचन किया, राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना, उत्तर प्रदेश द्वारा वित्त पोषित मधुमक्खी परियोजना के अंतर्गत झांसी एवं ललितपुर जिले के 150 किसानों को 300 मधुमक्खी के बक्से वितरित किए गए. इसमें परागकण एवं शहद के उत्पाद भी शामिल हैं. प्रक्षेत्र मधुमक्खी पालन वाटिका को भी किसानों के मध्य प्रदर्शनी हेतु प्रदर्शित किया गया. इसके अलावा संरक्षित पौध नर्सरी कैंपस जिसमे पौली हाउस, पौध नर्सरी सुविधा का भी विमोचन किया गया.
250 से अधिक किस्मों के उन्नतशील बीजों की लगाई प्रदर्शनी
सभी दलहनों एवं तिलहनों बीजों के अलावा सभी कृषि फसलों की प्रदर्शनी (सीड वॉल) का भी उद्घाटन किया जिसमें 250 से अधिक किस्मों के उन्नतशील बीजों की प्रदर्शनी लगाई. उन्होंने मेले परिसर में लगी प्रथम स्टॉल सतत विकास के लिए पुनर्जीवित कृषि सहित कुछ स्टॉल का निरीक्षण कर मेले की प्रशंसा की. कृषि मंत्री शाही ने रानी झाँसी का ध्यान दिलाते हुए कहा कि यह वीरों की भूमि रही है भारत माता की जयकार करते हुए कहा कि कृषि विवि झांसी के कुलपति एवं वैज्ञानिकों, आइसीएआर, एफपीओ के किसानों को शुभकामनाएं दी.
उन्होंने कहा कि किसानों को जागरूक करने के लिए लगी कृषि प्रदर्शनी में किसान स्टॉल के साथ-साथ विवि के फार्म को भी अवश्य देखें इससे आपको नई-नई जानकारी मिल सकेंगी. आप लोग वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर आय बड़ा सकते हैं. बुंदेलखण्ड में धान की खेती होने पर उन्होंने हर्ष व्यक्त किया. इसका श्रेय प्रधानमंत्री को दिया. कृषि मंत्री ने कहा कि रामराज्य राम मंदिर की स्थापना के बाद प्रथम बार कृषि विवि झाँसी आया हूं.
उन्होंने अयोध्या के प्रभारी होने के नाते मंदिर का भी दृष्टांत बताया. उन्होंने रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विवि, झाँसी देश का प्रथम कृषि विवि है जहां मोबाइल हेल्थ क्लीनिक वाहन उपलब्ध है. इसका लाभ किसानों की कृषक समस्याएं खेत पर ही हल हो जाती हैं. इसमें सहयोग उत्तर प्रदेश सरकार का है. उत्तर प्रदेश सरकार की तमाम योजनाएं किसानों के लिए चलाई जा रही हैं इसका आप लोग लाभ उठाएं. उन्होंने सोलर पम्प योजना का जिक्र करते हुए कहा कि झाँसी जनपद को 1140 सोलर पम्प देना है.
बुंदेलखंड के किसानों को सोलर पम्प तकनीक अपनाकर कृषि में लागत कम कर सकते हैं. यहां पर बुन्देलखण्ड औद्योगिक पार्क, अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट भी बनने जा रहा है. किसान समय से अधिक बुवाई कर लाभ उठाएं.
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