कृषि के क्षेत्र में हो रहे विकास में तकनीकी प्राद्यौगिकी का विशेष महत्व रहा है. तकनीकी के विकास ने कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं. केंद्र और राज्य सरकारें कई तरह की योजनाओं के माध्यम से किसानों को देश या विदेश में कृषि क्षेत्र में हो रहे विकास की सूचना उपलब्ध कराती रहती हैं. इसी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के लिए भी एक कृषि ऐप को लॉन्च किया गया है. बलिया उत्तर प्रदेश, कृषकों को खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी जल्द ही अब मोबाइल ऐप पर आसानी से मिलने लगेगी. कृषि निवेश केंद्र के साथ अन्य जानकारी देने के लिए नामित कर्मचारी मोबाइल ऐप पर अपलोड करने में जुटे हैं. प्रधानमंत्री गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत डिजिटल एग्रीकल्चर को जिले में प्रोत्साहित किया जाएगा. रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर की मदद से कृषि निवेश केंद्र व प्रयोगशाला कृषि प्रक्षेत्र, फार्म मशीनरी बैंक, कस्टम हायरिंग सेंटर की जियो टैगिंग कर अपलोड किया जाएगा. अपलोडिंग के दौरान दुकान में मौजूद स्टाक सामग्री वार बिक्री रेट का विवरण दर्ज करना होगा.
खेती किसानी से जुड़ी जानकारी के साथ कौन-कौन से उर्वरक प्रयोग करना कौन-कौन से बीज किस रेट पर किस दुकान पर मौजूद हैं, उर्वरक की स्थिति समेत अन्य जानकारी किसानों को एक ही प्लेटफार्म पर मिलेगी. जिले में संचालित राजकीय फार्म हाउस, राजकीय कृषि बीज भंडार, कृषि रक्षा इकाई, उर्वरक दुकान, बीज दुकान, कृषि रक्षा रसायन दुकान, कस्टम हायरिंग सेंटर तथा फार्म मशीनरी बैंक का डाटा मोबाइल ऐप पर अपलोड होगा.
इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि डिजिटल एग्रीकल्चर योजना के तहत किसानों को मोबाइल ऐप पर खेती किसानी व कृषि निवेश से जुड़ी जानकारी मिलेगी. इससे जहां किसानों का समय बचेगा, वहीं उन्नत खेती किसानों में सहूलियत होगी. अपलोडिंग कार्य समय से पूरा हो सके इसकी निगरानी की जा रही है.
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जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि अन्न योजना के तहत जनपद के किसानों को विकास खंड कार्यालय से मोटे अनाज के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके लिए इच्छुक किसान ब्लॉक मुख्यालय में आवेदन कर सकते हैं.
लेखक
रबीन्द्रनाथ चौबे, कृषि मीडिया, बलिया, उत्तर प्रदेश
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