MFOI Kisan Bharat Yatra: भारत एक कृषि प्रधान देश है. देश के विकास में हमेशा से किसानों का अहम योगदान रहा है. लेकिन उन्हें कभी वह पहचान नहीं मिली, जो उन्हें मिलनी चाहिए थी. किसानों को उनकी यही पहचान दिलाने के लिए देश के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस कृषि जागरण ने 'मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड (MFOI) की पहल शुरू की है. जिसके तहत, ऐसे किसानों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने कृषि के विकास में अपना अहम योगदान दिया है और जो लगातार तरक्की कर रहे हैं. किसानों को MFOI की इस पहल से अवगत कराने के लिए कृषि जागरण ने किसान भारत यात्रा की शुरुआत भी की है, जो देश के कोने-कोने में जाकर किसानों को 'मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड के बारे में जागरूक करेगी और उन्हें अवार्ड शो में आने को लेकर प्रेरित करेगी.
इसी कड़ी में मंगलवार (30 जनवरी 2024) को उत्तर भारत जोन की किसान भारत यात्रा को दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र दिल्ली (उजवा) में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां सबसे पहले किसानों को इस पहल के बारे में बताया गया और कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे कुछ किसानों को सम्मानित किया गया. इसके बाद उत्तर भारत जोन की किसान भारत यात्रा को रवाना किया गया, जो उत्तर भारत के राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को इस जागरूक करने का काम करेगी.
'किसानों को मिलेगी पहचान'
कार्यक्रम की शुरुआत कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड की निदेशक शाइनी डोमिनिक ने सभी का स्वागत करते हुए की. इसके बाद कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक, एम.सी. डोमिनिक ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे इस बात की खुशी हो रही है की आज मैं उनके बीच हूं, जो देश का पेट भरते हैं. उन्होंने कहा कि मैं खुद एक किसान परिवार से आता हूं और जब मैं छोटा था, तो मेरा सपना था की मैं अपने गांव का सबसे अमीर किसान बनू. लेकिन, मुझे कभी वो मौका नहीं मिला. न उन्होंने कहा कि देश में कई किसान ऐसे हैं, जो ये सपना देखते हैं. लेकिन, न ही उन्हें कोई मौका दिया जाता है और न ही उनकी मेहनत को सराहा जाता है. उन्होंने कहा किसानों को भी वो प्रोत्साहन नहीं मिला जो उन्हें मिलना चाहिए था. इसी को देखते हुए हमनें MFOI की शुरुआत की है. जिसके तहत, ऐसे किसानों को सम्मानित किया जाएगा, जो कृषि के विकास में अपना अहम योगदान दे रहे हैं.
MFOI 2024 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू
उन्होंने कहा कि जब बात देश के सबसे अमीर आदमी की होती है तो अंबानी और अडानी का नाम आता है. वहीं, किसानों की बात होती है, तो इस पर कोई चर्चा नहीं होती. लेकिन MFOI की यह पहल देश के ऐसे किसानों को खोजने की है, जो कृषि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल MFOI का भव्य आयोजन हुआ, लेकिन इस साल हमारा लक्ष्य है की हम देश ही नहीं बल्कि दुनिया के भी अमीर किसानों को भारत लाएं और उन्हें एक मंच प्रदान करें जहां वे भारत के किसानों के साथ अपनी विचार साझा कर सकें. उन्होंने कहा कि MFOI 2024 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुकी है और हमें देश के कोने-कोने से आवेदन आ रहे हैं. कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख, डॉ. डीके राणा, डीडीजी (एक्सटेंशन) आईसीएआर डॉ. यूएस गौतम, एनएचआरडीएफ के अध्यक्ष डॉ. बिजेद्रं सिंह सहित कई अन्य अतिथि मौजूद रहे. जिन्होंने किसानों के साथ खेती-बाड़ी से जुड़ी कई अहम जानकारी साझा की.
क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?
बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.
एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.
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