नए कृषि कानूनों के विरोध के बीच मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के किसानों ने आलू चिप्स बनाने वाली इंटरनेशनल कंपनी पेप्सीको से अनुबंध किया है. यहां के 10 किसानों से कंपनी आलू खरीदेगी.
इस अनुबंध के मुताबिक कंपनी 11.40 रूपये किलो के भाव से आलू की खरीददारी करेगी. जबलपुर अंचल में आने वाले सिवनी जिले के किसान पहली बार किसी कंपनी से अपनी फसल का अनुबंध कर रहे हैं.
आलू की खेती से 70 हजार का मुनाफा (70 thousand profit from potato cultivation)
अनुबंध करने वाले किसानों का कहना है कि कंपनी के साथ अनुबंध से उन्हें प्रति एकड़ 60 से 70 रूपए का मुनाफा होने की संभावना है. जिले के गांव ढेंका के आलू किसान प्रहलाद ठाकुर का कहना है कि पिछले साल उन्होंने पेप्सीको की देखरेख में आलू की खेती की थी.
उन्हें एक एकड़ से 108 क्विंटल की पैदावार हुई थी. जिसे कंपनी ने 10.75 रूपए प्रति किलो के भाव से खरीदे. कुल फसल से उन्हें 1 लाख 16 हजार रूपए मिले थे. वहीं आलू की खेती करने में लगभग 50 हजार की लागत आई थी. जबकि पैदावार से 64 हजार रूपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था.
पहली बार किया अनुबंध (Contract for the first time)
सिवनी कृषि विज्ञान केन्द्र के सीनियर कृषि विज्ञानी डा. एनके सिंह का कहना है कि यहां के किसानों को आलू की पैदावार से अच्छा मुनाफा होने की संभावना है. जिले के किसानों ने पहली बार अनुबंध किया है. किसानों ने उन्नत किस्म के आलू की बुवाई की है जो देशी आलू से काफी बड़ा होता है. अभी तक आलू की फसल 50 दिनों की हो चुकी है.
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45 एकड़ में आलू की खेती (Potato cultivation in 45 acres)
पेप्सीको कंपनी ने जिले के 10 आलू किसानों से अनुबंध किया है. यह सभी किसान लगभग 45 एकड़ में आलू की खेती कर रहे हैं. फसल फरवरी महीने में पक जाएगी जिसे कंपनी के कर्मचारी खरीदकर ले जाएंगे. जिसके बाद किसानों को उनकी फसल का भुगतान उनके बैंक खातों में ट्रांसफर हो जाएगा. किसानों का कहना है कि फसल खुदाई के बाद वाह सब्जियों की खेती करेंगे.
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