देश के किसान भाइयों के लिए सरकार कई योजनाएं लाती रहती है और साथ ही उनकी भलाई के लिए समय-समय पर सरकार अपनी योजनाओं में बदलाव भी करती रहती है. ऐसी ही एक किसान क्रेडिट कार्ड योजना में बदलाव की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
अगर आपके पास भी किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़ा कोई मैसेज आया है, जिसमें लिखा गया है, कि सरकार की तरफ से किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card-KCC) में एक अहम बदलाव किया गया है तो उस मैसेज या कॉल पर ध्यान ना दें. दरअसल, सरकार की इस योजना के माध्यम से किसानों को अब बिना ब्याज लोन दिया जाएगा. अगर ऐसा कोई भी मैसेज आपके पास आया है, तो सावधान रहे कि कहीं आप भी इस ठगी का शिकार ना हो जाए.
वायरल मैसेज की सच्चाई (Viral message truth)
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस मैसेज का खुलासा खुद सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट PIB फैक्ट चेक (#PIBfactcheck) के जरिये किया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि, भारत सरकार की तरफ से किसान क्रेडिट कार्ड पर ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है.
हालांकि सरकार ने इस बात की भी जानकारी लोगों को दी है कि, किसान क्रेडिट कार्ड के 3 लाख तक के लोन पर करीब 7 प्रतिशत तक का ब्याज लगाया जाता है. इसके अलावा इस ब्याज दर में 3 प्रतिशत तक की छूट का प्रावधान है. लोगों को सावधान करने और फेक न्यूज (fake news) से बचाने के लिए PIB फैक्ट चेक ने अपने अकाउंट पर किसान क्रेडिट कार्ड के वायरल मैसेज और खबर की तस्वीर को भी शेयर किया है.
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जिसमें एक अखबार की कटिंग के माध्यम से यह बताया गया है कि 1 अप्रैल 2022 से किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) पर 3 लाख तक की रकम पर किसी तरह के ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
तेजी से बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामले
जैसे-जैसे डिजिटिकरण (Digitalisation) में देश आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे देश में आए दिन साइबर क्राइम के मामले भी तेजी से बढ़ते जा रहे है. इसी क्रम में पीआईबी ने लोगों को किसी भी तरह की ठगी से बचाने के लिए वायरल मैसेज का फैक्ट चेक करती है और साथ ही अन्य विभाग के द्वारा भी ठगी को रोकने के लिए अपना योगदान देती रहती है.
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