बीते दिन झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Jharkhand Agriculture Minister Badal Patralekh) ने गाजीपुर बार्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) से मुलाकात की. इस दौरान कृषि मंत्री बादल पत्रलेख बादल ने कहा कि जब से किसान के आंसू छलके थे, तब से उनका मन व्यथित था.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Jharkhand Agriculture Minister Badal Patralekh) ने कहा कि झारखंड ने शुरू से ही किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को अपना समर्थन दिया है. मैं यहां इसलिए आया हूं, ताकि मैं उनके साथ नैतिक रूप से खड़ा हो सकूं. दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार की कठपुतली है, जिसको अपने इशारे पर नचाया जा रहा है.
इसके अलाव बादल पत्रलेख (Agriculture Minister Badal Patralekh) ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा है कि जब एक किसान के आंसू छलके हैं, तब से मन व्यथित था. आज गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानों के बीच जाकर किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) से मुलाकत की, साथ ही आंदोलन को नैतिक समर्थन भी दिया. यह पल मुझे हमेशा याद रहेंगे.
आपको बता दें कि दिल्ली के बॉर्डर्स पर नए तीन कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. अब तक किसान आंदोलन को लगभग 70 दिन पूरे हो चुके हैं. आज किसान आंदोलन का 71वां दिन है, लेकि अभी भी किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं. उनका कहना है कि सरकार तीनों कृषि कानून को वापस लें. बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान काफी हिंसा हुई.
जहां किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, वहां पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए हैं. इसके साथ ही दिल्ली के बाहरी इलाकों में निरंतर इंटरनेट को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा प्रदर्शन स्थलों के आस-पास भारी बैरिकेडिंग और कंटीले तार लगा दिए गए हैं. इसके चलते किसान 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम भी करने वाले हैं.
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