हर बार की तरह इस बार भी भारतीय राष्ट्रीय बीज संघ द्वारा भारतीय बीज कांग्रेस का आयोजन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित किया गया. जिसमें बीज उद्योग से जुड़ीं हस्तियों के अलावा बड़ी-बड़ी सीड कंपनियों ने भी शिरकत की. बता दें कि नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया का सबसे बड़ा वार्षिक प्रमुख कार्यक्रम भारतीय बीज कांग्रेस- 2020 जेडब्ल्यू मैरियट, नई दिल्ली एयरोसिटी में 15 फरवरी से शुरू होकर 17 फरवरी तक चला. इस दक्षिण पूर्व एशिया के सबसे बड़े बीज कांग्रेस का उद्देश्य दुनियाभर के उद्योग, वैज्ञानिकों, कृषि-विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों को एक साथ लाना है, जिसकी अध्यक्षता नेशनल ब्यूरो ऑफ़ प्लांट जेनेटिक रिसोर्सेज़ (NBPGR) के डायरेक्टर डॉ. कुलदीप सिंह द्वारा की गई .
भारतीय बीज कांग्रेस में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इसके लिए, वैश्विक रुझान देखना चाहिए और वैश्विक प्रणालियों के भीतर काम करना चाहिए ताकि भारत को बीज जगत में अग्रणी बनाया जा सके.
भारतीय बीज कांग्रेस 2020 को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा, “हमें जलवायु परिवर्तन की तैयारी करनी होगी. हम सभी को, खासकर बीज उद्योग को भविष्य के लिए तैयार रहने की जरूरत है. इसके लिए हमें चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा और सभी बाधाओं के खिलाफ़ लड़ने में सक्षम बनना होगा.
इसके अलावा, देश की सभी बीज कंपनियां स्वतंत्र रूप से काम कर सकती हैं और किसानों को अच्छे बीज उपलब्ध करा सकती हैं और सरकार बीज उद्योग को विकसित करने में मदद करने के लिए हर संभव समर्थन देगी. नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रभाकर राव ने कहा, "मंत्री ने उद्योग को आश्वासन दिया कि प्रस्तावित बीज विधेयक का अध्ययन करने के लिए उद्योग को अधिक समय दिया जाएगा ताकि वह छोटी और मध्यम बीज कंपनियों के हितों की रक्षा कर सके." इसके अलावा, राव ने कहा कि उद्योग ने राष्ट्रीय स्तर की एकीकृत बीज कंपनियों के लिए एक समान केंद्रीय लाइसेंसिंग, मामूली अपराधों को कम करने और बीज क्षेत्र में व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त परिभाषाएं शामिल करने के सुझाव दिए हैं.
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