1. Home
  2. ख़बरें

IN-SPACe शुरू करेगा कृषि से जुड़ी ख़ास जानकारियों के लिए पांच दिवसीय कोर्स, इस दिन से होगी शुरुआत

भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) अगले महीने कृषि में उन्नत प्रौद्योगिकी के उपयोग पर आधारित एक छोटा सा पांच दिवसीय कोर्स आयोजित करने के लिए तैयार है. कोर्स 20 नवंबर को गाजियाबाद से शुरू किया जायेगा.

प्रबोध अवस्थी
IN-SPACe शुरू करेगा कृषि से जुड़ी ख़ास जानकारियों के लिए पांच दिवसीय कोर्स
IN-SPACe शुरू करेगा कृषि से जुड़ी ख़ास जानकारियों के लिए पांच दिवसीय कोर्स

IN-SPACe अब कृषि में बढ़ी हुई स्पेस तकनीकी के कारण अब एक योजना को तैयार कर रही है. वह उन्नत खेती और सटीक अनुमान के आधार पर खेती के विकास के लिए एक पांच दिवसीय कोर्स को तैयार करेगा. भारत में यह यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में सबसे पहले शुरू किया जायेगा, जिसकी शुरुआत 20 नवंबर से होगी.

पांच दिवसीय होगा कोर्स

भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) अगले महीने कृषि में उन्नत प्रौद्योगिकी के उपयोग पर आधारित एक छोटा सा कोर्स पाठ्यक्रम आयोजित करने के लिए तैयार है. 20 नवंबर को गाजियाबाद में शुरू होने वाले इस पांच दिवसीय पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को कृषि में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के मांग और उसके लाभों के जुड़ी की जानकारी प्रदान करना है.

कोर्स के बाद किसान आसानी से कर पाएंगे तकनीक का प्रयोग  

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ने कृषि क्षेत्र में कई बड़े बदलाव किए हैं. इसकी सहायता से आज हम कई तरह की तकनीकी को अपना कर कृषि को उन्नत बना रहे हैं, और यही कारण है कि इससे उत्पादकता तो बढ़ती है. उपग्रहों और अन्य अंतरिक्ष-आधारित संपत्तियों से डेटा का उपयोग करके, किसान अब अच्छी तरह से खेती से जुड़ी जानकारीयां ले सकते हैं. इसके साथ ही अपनी खेती से जुड़े सभी कामों को अच्छे से कर सकते हैं. अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी द्वारा चलाई जा रही कृषि तकनीकी किसानों को सटीक कृषि कामों को अपने क्षेत्रों में और भी मजबूत बनाती हैं. इसके साथ ही, यह मौसम पूर्वानुमान और जलवायु डाटा कई तरह की सुविधाओं को आसान बनाता है, जिससे किसानों को अधिक सटीकता के साथ अपने रोपण और कटाई कार्यक्रम की योजना बनाने की अनुमति मिलती है.

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी देती है कृषि सुरक्षा की भविष्यवाणी

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी द्वारा प्रदान की गई समय पर मौसम की चेतावनी फसलों को बोने से लेकर उनकी सुरक्षा तक की भविष्यवाणी करती है, जिसके साथ में किसानों को अपनी फसलों को बोने से पहले या बोने के बाद उनको कटाई बुआई आदि के लिए तैयार रखने की जानकारी बहुत ही आसानी से मिल जाती है. आज अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी खेती-बाड़ी में एक जरूरी संसाधन बन गया है. जो किसानों को कई तरह से सतर्क तो रखती ही है साथ ही उनकी उत्पादकता को बढ़ाती है. 

यह भी पढ़ें- क्या है स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना? कैसे मिलेगा इसका फायदा, यहां जानें सब कुछ

आज के समय में फसलों की उत्पादकता को बढ़ाने में सबसे जरूरी है मौसम की सही जानकारी का होना. किसानों या अन्य इससे जुड़े हुए लोगों के लिए यह कोर्स कई जरूरी जानकारियों से जुड़ा हुआ होगा जिसमें वह खेती में इसके महत्त्व से लेकर अन्य बहुत सी बातों की जानकारी उपलब्ध करायेगें.

English Summary: IN SPACe will start a five-day course for special information related to agriculture Published on: 04 October 2023, 06:42 PM IST

Like this article?

Hey! I am प्रबोध अवस्थी. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News