हरियाणा में मंडियों में बाजरे की फसल की जमकर आवक हो रही है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने बाजरे की फसल को एमएसपी पर खरीदने की समय सीमा बढ़ा दी है. मंडियों में अब एमएसपी पर बाजरे की फसल की 27 नवंबर तक खरीददारी होगी.
पिछले सीजन 3.75 लाख टन की खरीदी
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले सीजन में 3.75 लाख टन बाजरे की फसल की खरीदी की गई थी. जबकि इस सीजन में अब 6 लाख टन बाजरे की फसल की खरीदी हो चुकी है. वहीं अब भी मंडियों में बाजरे की फसल आ रही है. विभाग का कहना है कि एमएसपी पर खरीददारी की वजह से मंडियों में बाजरे की फसल अधिक मात्रा में आ रही है. वहीं अब भी री-शिड्यूलिंग के लिए करीब 39000 हजार बाजरे के किसान बचे हुए है. ऐसे में खरीदी का यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है.
धान की कम आवक
वहीं विभाग का कहना है कि इस सीजन धान की फसल की मंडियों में कम आवक है. पिछले सीजन की तुलना में इसबार धान की फसल 10 लाख टन कम आई है. पिछले सीजन में प्रदेश की मंडियों में लगभग 64 लाख टन धान की आवक हुई थी लेकिन इसबार यह आंकड़ा घटकर 54 टन ही रह गया है. हालांकि इससे संबधित विभाग का कहना है कि धान मिलों पर की गई कार्रवाई की वजह से गड़बड़ी रुकी है. नतीजतन, 10 लाख टन फसल कम आई है.
9 हजार करोड़ से अधिक का भुगतान
विभाग के पीके दास ने बताया कि इस सीजन में करीब 48 हजार किसानों की पैमेंट गलत जानकारी की वजह से अटकी हुई है वहीं किसानों के खातों में साढ़े 9 हजार करोड़ राषि डाली जा चुकी है. अटकी हुई पैमेंट के लिए विभागीय अफसरों को किसानों की सही जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है. वहीं एमएसपी पर धान की खरीदी पूरी हो चुकी है ऐसे में इसकी तारीख बढ़ाने की कोई संभावना नहीं है.
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