1. Home
  2. ख़बरें

उत्तर प्रदेश के इन जिलों में बनेंगे ग्राउंडवाटर चार्जिंग स्टेशन, तैयारियां हुई शुरू

योगी सरकार ने प्रदेश की जनता की भलाई के लिए कई जिलों में ग्राउंडवाटर चार्जिंग स्टेशन बनाने का कार्य शुरू कर दिया है. इस लेख में जानें पहले किन जिलों में यह स्टेशन बनेंगे.

लोकेश निरवाल
Groundwater Charging Station
Groundwater Charging Station

उत्तर प्रदेश सरकार किसानों व आम जनता के लिए कई तरह के आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल (Use of modern Techniques) कर रहा है. दरअसल, जहां कुछ दिनों पहले सरकार ने प्रदेश के लगभग करोड़ों परिवारों को स्वच्छ जल पहुंचाने की सुविधा को मंजूरी दी थी. दरअसल, योगी सरकार ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के दिन प्रदेश के 9 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से स्वच्छ जल का तोहफा दिया

सरकार ने यह कार्य हर घर जल योजना (Har Ghar Jal Yojana) के तहत पूरा किया है. वहीं अब यह खबर आ रही है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ग्राउंडवाटर चार्जिंग स्टेशन बनने वाले हैं. इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है.

13 जिलों को मिलेगी सुविधा

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश के लगभग 13 जिलों को ग्राउंडवाटर चार्जिंग स्टेशन की सुविधा (Groundwater Charging Station Facility) उपलब्ध कराई जाएगी. बताया जा रहा है कि इस कार्य के लिए 8 करोड़ रुपए की कुल अनुमानित लागत के जरिए चेक डैम निर्माण होंगे.

इतने खर्च होंगे हर जिले में राशि

सरकार के द्वारा ग्राउंडवाटर चार्जिंग स्टेशन (Groundwater Charging Station) बनाने के लिए 13 जिलों में 8 करोड़ रुपए की राशि का वितरण किया गया है, जो चेक डैम बनाने के लिए खर्च होंगे. जैसे कि-

  • हाथरस में 70.5 लाख रुपए

  • बदायूं में 38 लाख रुपए

  • मुरादाबाद में 28 लाख रुपए

  • सम्भल में 72 लाख रुपए

  • प्रयागराज में 80 लाख रुपए

  • कौशाम्बी में 1.21 करोड़ रुपए

  • फतेहपुर में 1.03 करोड़ रुपए

  • प्रतापगढ़ में 37.23 लाख रुपए

  • सोनभद्र में 28 लाख रुपए

  • जालौन में 50 लाख रुपए

  • ललितपुर में 41 लाख रुपए

  • हमीरपुर में 35.60 लाख रुपए

  • चित्रकूट में 94.16 लाख रुपए

ये भी पढ़ें: फसल प्रदर्शनी का किया आयोजन, किसानों को दी अहम जानकारी

जमीन के अंदर का पानी

जमीन के अंदर पानी अलग-अलग हिस्सों में जमा होता है. जैसे कि- मिट्टी, रेत, चट्टानें आदि की दरारों में पानी मौजूद होता है. बता दें कि चट्टानों की दरारों में उपलब्ध पानी को Aquifers कहा जाता है. वहीं अगर हिंदी भाषा (Hindi language) में इन्हें जलभृत भी कहा जाता है. देखा गया है कि जमीन के हर एक अलग हिस्से में पानी की मात्रा विभिन्न पाई जाती हैं. जैसे कि कुछ स्थानों पर अगर आफ 100 फुट खोदते हैं, तो आपको पानी मिल जाएगा और वहीं कुछ स्थानों पर 500 फुट खोदने पर पानी मिलता है.

English Summary: Groundwater charging stations to be built in UP Published on: 17 August 2023, 05:28 PM IST

Like this article?

Hey! I am लोकेश निरवाल . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News