सरकार कृषि को बढ़ावा देने और देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की योजनाओं और मोबाइल ऐप पर काम कर रही है. जिससे किसानों को तकनीकी ज्ञान के साथ ही समय और पैसों की बचत हो. इसी क्रम में केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक 'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' लांच किया है. जिसके जरिए किसानों को घर बैठे-बैठे खेती संबंधी जानकारी के अलावा, मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी मिल जाएगी, ताकि उन्हें बेमौसम की मार न सहन करनी पड़े और खेती करने में भी कोई मुश्किल न हो.
'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' में क्या ख़ास है?
सरकार ने मंगलवार को किसानों को खेती संबंधी जानकारी और मौसम की पहले से सूचना उपलब्ध कराने के लिए 'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' की शुरुआत की है. राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म 'किसानमित्र' पर विभिन्न सरकारी विभागों के जरिए किसानों के लिए प्रासंगिक जानकारी का खजाना अब 'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है.
कितनी भाषों में उपलब्ध है 'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' (In how many languages is the 'Atmanirbhar Krishi App' available?)
यह कृषि ऐप एंड्रॉइड और विंडोज संस्करणों (Android and Windows versions) में, किसानों (Farmers), स्टार्ट-अप (Startup), कृषि विज्ञान केंद्रों (Krishi Vigyan Kendra), स्वयं सहायता समूहों (Self help groups) और गैर सरकारी संगठनों (NGOs) के लिए 12 भाषाओं (Languages) में मुफ्त में उपलब्ध करवाया जायेगा.
खबरों के मुताबिक, सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन (K Vijay Raghavan) ने जानकारी देते हुए कहा, ‘‘किसान मित्र पहल के आत्मानिर्भर कृषि ऐप के साथ, किसानों के पास आईएमडी (IMD), इसरो (ISRO), आईसीएआर (ICAR) और सीजीडब्ल्यूए (CGWA) जैसे हमारे शोध संगठनों (Research organizations) द्वारा दी जाने वाली साक्ष्य-आधारित (Evidence-Based )जानकारियां होंगी.’’
देश के दूरदराज वाले इलाकों में कनेक्टिविटी के मुद्दों को देखते हुए इस ऐप को न्यूनतम बैंडविड्थ (Bandwidth) पर काम करने के हिसाब से डिजाइन किया गया है. बेंगलुरु में स्थित इंडियन सेंटर फॉर सोशल ट्रांसफॉर्मेशन (Indian Center for Social Transformation जिसे आईसीएसटी के नाम से भी जाना जाता है, के संस्थापक ट्रस्टी राजा सीवा इस ऐप और किसान मित्र के विकास में प्रमुख अंशधारकों (Major Shareholders) में से एक हैं.
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