सरकार अब किसानों को एक छत के नीचे बीज व कीटनाशक दवाएं आसानी से मुहैया करवाएगी. दरअसल अब किसानों की ज़िंदगी को आसान बनाने और उनकी सहूलियत के लिए ब्लॉक परिसर में ही एक शॉपिग मॉल की तर्ज पर किसान कल्याण केंद्र (Farmers Welfare Center) बनवाया जाएगा. जिसके लिए कृषि विभाग को निदेशालय से इस वर्ष एक केंद्र बनाने का आदेश मिला है. इसके लिए क्षेत्र पंचायत ने ब्लॉक परिसर में जमीन की उपलब्धता कराकर प्रस्ताव कृषि विभाग को सौंप दिया है, अब यह प्रस्ताव कृषि निदेशालय भेज दिया गया है. इस प्रस्ताव को निदेशालय से स्वीकृति मिलने के बाद ही केंन्द्र के लिए निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा.
किसानों को क्या मिलेगा फायदा ?
किसानों को इस किसान कल्याण केंद्र के बनने से यह फायदा होगा कि उन्हें बीज व कृषि रक्षा दवाओं के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा और उन्हें एक ही जगह पर इसकी कई तरह की किस्म भी आसानी से उपलब्ध होंगी. इसके साथ ही इस केंद्र में आडिटोरियम हाल (Auditorium Hall) भी बनाया जायेगा. जहां किसानों के लिए खेतीबाड़ी सम्बंधित कार्यशाला (Workshop ) आयोजित की जाएगी. इस किसान कल्याण केंद्र बनने से उत्तरप्रदेश के तिर्वा तहसील के रहने वाले ठठिया, उमर्दा, इंदरगढ़, हसेरन समेत आसपास क्षेत्र के ज्यादातर किसानों को इस योजना की स्वीकृति से काफी लाभ मिलेगा.
जिला कृषि अधिकारी राममिलन परिहार
जिला कृषि अधिकारी राममिलन परिहार ने मीडिया से हुई बातचीत में बताया कि एक मॉडल आधारित किसान कल्याण केंद्र जिले के सभी 8 विकास खंडों पर बनेगे. उन्होंने बताया कि हर साल एक - एक किसान कल्याण केंद्र का लक्ष्य मिलता है. पिछले साल भी तहसील छिबरामऊ में एक किसान केंद्र की शुरुआत की गयी थी, जहां अब केंद्र का निर्माण पूरा हो गया है. केवल दरवाजे लगना और रंग-रोगन होना रह गया है. इस माह के अंत तक इस केंद्र के शुरू होने की उम्मीद है. इसके साथ ही उमर्दा में जमीन की उपलब्धता होने पर केंद्र निर्माण की सहमति बनी है. इसके अलावा टूटे -पुराने बिल्डिंग्स को तोड़कर भी केंद्र बनाने का फरमान दिया गया है.
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