पारंपरिक या पैतृक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए उत्तराखंड के एक पूर्व मंत्री ने अनोखी पहल की है. वे गांव-गांव जाकर किसानों को पारंपरिक खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं. यह पूर्व मंत्री है उत्तराखंड जन एकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै है. जो हाल ही में टिहरी विधानसभा के विभिन्न गांवों में पहुंचकर धान की रोपाई कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने यहां के क्यारी गांव का दौरा किया है. यहां ग्रामीण कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने धान की रोपाई की.
पूर्व मंत्री धनै ने कहा कि वे आम जनता और किसानों के साथ है. इससे पहले वे आम लोगों के दुख दर्द को महसूस करके सड़कों के निर्माण के लिए उतरे थे. जिसका ग्रामीणों को बहुत फायदा हुआ और जो जन सेवक लोगों के बीच नहीं पहुंच रहे थे वे भी उनका हालचाल पूछने पहुंच रहे थे. अब उन्होंने खेत और खलियान के लिए यह लड़ाई शुरू की है. वे किसानों के बीच पहुंच रहे हैं. ताकि जिम्मेदार नेताओं को किसानों का दु:ख दर्द का अहसास हो.
उन्होंने कहा कि आजकल क्षेत्र के जन सेवक बड़े शहरों में बैठकर किसानों की आय को दोगुना करने की बात कर रहे हैं. लेकिन यह जमीन पर उतरे बिना संभव नहीं है. जो जनसेवक अभी किसानों के दु:ख दर्द से वाकिफ नहीं है उन्हें जगाने के लिए वे गांव-गांव, खेत-खेत, खलियान-खलियान पहुंच रहे हैं. उन्हें पारंपरिक खेती के बारे में बता रहे हैं.
वे उनसे उनकी भाषा और खानपान के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आज हमारे पैत्रिक खेत खलियान खाली पड़े हुए है. लेकिन देहरादुन में बैठकर जिम्मेदार जनसेवक किसानों के दुख दर्द को समझने की बात कर रहे हैं.
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