खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) के तहत भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने खाद्यान्न के नमूनों के घरेलू परीक्षण के लिए गुरुग्राम (हरियाणा) में अपनी पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला विकसित की है.
इसका उद्घाटन खाद्य और सार्वजनिक वितरण और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे द्वारा किया गया है. एफसीआई ने खाद्य सुरक्षा संस्थान (Food Safety Institute) के तहत खाद्य की गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से देश में ऐसे चार और प्रयोगशाला बनाई जाने के लिए कहा है.
वहीं, दूसरी तरफ उन्होंने 'फोर्टिफिकेशन ऑफ राइस' (Fortification of Rice) पर एक लघु फिल्म भी लांच की. इसके साथ ही 'ब्रस्टिंग मिथ, रेडियो जिंगल्स और सोशल मीडिया कोलेटरल ऑन राइस फोर्टिफिकेशन' पर लघु फिल्में लांच की.
इसके अलावा चौबे ने संस्थान में एफसीआई (FCI) के कर्मचारियों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार उपभोक्ताओं को सुरक्षित और स्वस्थ अनाज उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने DFPD और इसके तहत आने वाले सभी संगठनों, जैसे FCI, CWC, IGMRI, WDRA, नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट और अन्य के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने आज़ादी का अमृत महोत्सव के प्रतिष्ठित सप्ताह के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है.
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उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बड़े पैमाने पर कुपोषण, बच्चों और महिलाओं में खून की कमी को देखते हुए केन्द्र चावल में पोषक तत्वों को फोर्टीफिकेशन के जरिए बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मध्याह्न भोजन सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत गढ़वाले चावल का वितरण किया जा रहा है और 2024 तक पूरा हो जाएगा.
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