Gujarat: गुजरात में बीते कुछ दिनों से प्याज के बंपर उत्पादन के कारण इसकी कीमतें 5 से 7 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गई हैं. बाजार में प्याज की कीमतें गिरने से गुजरात के किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. आलम ये है कि बीते दिनों खबर आई थी कि किसान भाई अपनी उपज को खुले खेतों में फेंकने के लिए भी मजबूर हो रहे हैं. लेकिन अब गुजरात के प्याज किसानों को केंद्र सरकार ने राहत की खबर दी है.
दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नाफेड) केंद्र सरकार के निर्देश पर गुजरात में प्याज की गिरती कीमतों के मुद्दे को हल करने के लिए खरीफ मौसमी प्याज की खरीद शुरू करेगा. केंद्र सरकार के इस कदम से राज्य में प्याज के बाजार में स्थिरता आयेगी.
किसानों को तत्काल राहत देने की प्रक्रिया
राज्य में खरीफ मौसम के अंत में प्याज की कीमतों में गिरावट के कारण स्थिति का जायजा लेते हुए उपभोक्ता मामलों के विभाग ने नाफेड को गुजरात के तीन प्रमुख बाजारों से प्याज की खरीद शुरू करने का निर्देश दिया है. नाफेड भावनगर (महुआ), गोंदल और पोरबंदर में 9 मार्च, 2023 यानी कि आज से प्याज की खरीद शुरू करेगा.
राज्य में प्याज की गिरती कीमतों से किसानों को तत्काल राहत देने के लिए भारत सरकार द्वारा इसकी योजना बनाई गई है. किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे बेहतर दर का लाभ उठाने के लिए खरीद केंद्रों पर अपनी अच्छी गुणवत्ता और सूखे स्टॉक लाएं. किसानों को भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा.
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आवश्यकतानुसार समय-समय पर और भी केंद्र खोले जायेंगे.
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