पंजाब में कृषि बिल (Farm Bill 2020) को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. पिछले एक महीने से अलग-अलग हिस्सों में किसान रेल रोको आंदोलन चला रहे हैं. इस वजह से राज्य में कई चीजों की कमी हो गई है. बता दें कि रबी सीजन में किसानों को बुवाई के लिए यूरिया और डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) की जरूरत होती है, लेकिन इस विरोध की वजह से मालगाड़ियां रद्द हैं, इसलिए गेहूं और सब्जियों की फसलों के लिए यूरिया की भारी कमी हो गई है. ऐसे में राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि इससे रबी फसल की बुवाई प्रभावित हो सकती है.
दरअसल, कृषि विभाग की तरफ से जानकारी मिली है कि राज्य में यूरिया की कमी आ गई है. अधिकारियों की मानें, तो राज्य में रबी सीजन के लिए लगभग 14.50 लाख टन यूरिया की जरूरत है, लेकिन राज्य में केवल 75,000 टन यूरिया ही उपलब्ध है. ऐसे में 4 लाख टन यूरिया की खेप अक्टूबर में आने वाली थी, जो कि केवल 1 लाख टन ही पहुंची है. राज्य में नवंबर के लिए लगभग 4 लाख टन यूरिया का आवंटन किया गया है.
35 लाख हेक्टेयर में होती है बुवाई
नवंबर में गेहूं की बुवाई का सत्र शुरू हो गया है. इस दौरान लगभग 35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुवाई होने की उम्मीद जताई जा रही है. बता दें कि पंजाब को यूपी, गुजरात, राजस्थान और अन्य राज्यों से रेलगाड़ियों के जरिए यूरिया की आपूर्ति होती है. मदर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल के विरोध की वजह से किसानों ने कुछ रेल पटरियों को बाधित कर दिया है. इस वजह से रेलवे ने पंजाब में मालगाड़ी सेवाओं को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा राज्य में बिजली की हालत भी खराब हो गई है, क्योंकि रेल यातायात प्रभावित होने की वजह से कोयले की सप्लाई सही से नहीं हो रही है, इसलिए प्रोडक्शन का काम भी रुका हुआ है.
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