अगर आप खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों से बेहाल हो चुके हैं, तो आपके लिए एक खुशखबरी है. खबर है कि दिसंबर माह में खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी आएगी. मौजूदा वक्त तेलों की कीमतें आसमान छू रही है. एक आंकड़े के मुताबिक, 3 सितंबर तक सोयाबीन तेल की कीमतें 69 फीसद तेजी के साथ 169 रूपए पर पहुंच चुकी है.
वहीं, वैश्विक बाजार में सोयाबीन तेल की कीमतों में 18 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पाम तेल की कीमत में 18 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सूरजमुखी का तेल 46 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 175 रूपए प्रति किलोग्राम दर्ज की गई है. विगत वर्ष सूरजमुखी के तेल में 127 रूपए की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी.
पढ़िए ये आंकड़े
वहीं, इन उक्त आंकड़ों को देखकर आपको अंदाजा हो गया होगा कि किस तरह से पिछले कुछ दिनों खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है. आम जनता बेहाल है, लेकिन इस बीच खाद्य सचिव ने अपने बयान में खाद्य तेलों की कीमत राहत के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि दिसंबर माह में खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी आएगी.
वर्तमान में खाद्य तेलों की कीमतों में आई तेजी के पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत में अपनी जरूरतों का कुल 60 फीसद तेल अन्य देशों से आयात करता है. उन्होंने कहा कि वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से खाद्य तेलों की कीमतों में इजाफा दर्ज किया जा रहा है, लेकिन आने वाले महीनों में वैश्विक घटनाक्रमों में कमोबेश परिवर्तन दिखेगा, जिसके परिणामस्वरूप खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी आएगी.
फसलों का तेल की कीमत से है कनेक्शन
उन्होंने कहा कि नई फसलों की आवक के बाद से खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी आएगी. जिसके बाद से बेहाल हो रही आम जनता राहत की सांस जरूर लेगी. वहीं, खाद्य सचिव के इस बयान के बाद आम जनता सुकून की सांस लेते हुए नजर आ रही है. गौरतलब है कि भारत में विभिन्न प्रकार के तेलों का उत्पादन होता है, लेकिन इसके बावजूद भी भारत तेलों की आपूर्ति करने हेतु दूसरे देशों से तेल आयात करता है.
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