1. Home
  2. ख़बरें

टिड्डी दलों पर नियंत्रण हेतु कीटनाशकों का छिड़काव ड्रोन और हेलिकॉप्टर से होगा

कुछ राज्यों में सक्रिय टिड्डी दलों पर नियंत्रण के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 28 मई को विभागीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने समीक्षा की. उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या को पूरी गंभीरता से ले रही है. राज्यों के साथ मिलकर सभी आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं. राज्यों को एडवायजरी जारी की जा चुकी है. ब्रिटेन से अतिरिक्त स्प्रेयर 15 दिनों के भीतर ही अपने देश आने शुरू हो जाएंगे. इनका आर्डर पहले ही दिया जा चुका है. 45 और स्प्रेयर भी अगले एक-डेढ़ महीने में खरीद लिए जाएंगे. ऊंचे पेड़ों व दुर्गम क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण हेतु कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाएगा, और कुछ जगहों पर हो भी रहा है हम इस सक्रिय टिड्डी दलों पर नियंत्रण करने के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं लेने के भी तैयारी में हैं.

प्रभाकर मिश्र
Crop Protection
Crop Protection

कुछ राज्यों में सक्रिय टिड्डी दलों पर नियंत्रण के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 28 मई को विभागीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने समीक्षा की. उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या को पूरी गंभीरता से ले रही है. राज्यों के साथ मिलकर सभी आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं. राज्यों को एडवायजरी जारी की जा चुकी है. ब्रिटेन से अतिरिक्त स्प्रेयर 15 दिनों के भीतर ही अपने देश आने शुरू हो जाएंगे.

इनका आर्डर पहले ही दिया जा चुका है. 45 और स्प्रेयर भी अगले एक-डेढ़ महीने में खरीद लिए जाएंगे. ऊंचे पेड़ों व दुर्गम क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण हेतु कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाएगा, और कुछ जगहों पर हो भी रहा है हम इस सक्रिय टिड्डी दलों पर नियंत्रण करने के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं लेने के भी तैयारी में हैं.

क्षेत्रवार 11 नियंत्रण कक्ष स्थापित कर विशेष दलों की तैनाती करते हुए उनके साथ अतिरिक्त कर्मचारी भी लगाए गए हैं. सभी स्थानों पर किसानों की मदद से नियंत्रण दल तत्परता से कार्रवाई में जुटे हुए हैं. गुरुवार को कृषि मंत्रालय में नरेन्द्र सिंह तोमर ने दोनों राज्य मंत्रियों तथा सचिव के साथ बैठक कर स्थिति की विस्तृत समीक्षा की. कृषि मंत्री ने बताया कि जरूरत पड़ने पर संबंधित राज्यों को संसाधनों के अलावा वित्तीय सहायता भी दी जा रही है. सभी जागरूक किसानों तथा राज्य शासन एवं जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस समस्या से निपटा जा रहा है.

बता दें, अब तक मंदसौर, नीमच, उज्जैन, रतलाम, देवास, आगर,मालवा, छतरपुर, सतना ग्वालियर, राजस्थान के जैसलमेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, नागौर, अजमेर, पाली, बीकानेर, भीलवाड़ा, सिरोही, जालोर, उदयपुर, प्रतापगढ़, चित्तौडगढ़, दौसा, चुरू, सीकर, झालावाड़,जयपुर, करौली एवं हनुमानगढ़, गुजरात के बनासकांठा और कच्छ, उत्तरप्रदेश में झांसी और पंजाब के फाजिल्का जिले में 334 स्थानों पर 50,468 हेक्टेयर क्षेत्र में हॉपर और गुलाबी झुंडों को नियंत्रित किया गया है. वर्तमान में राजस्थान के दौसा, श्रीगंगानगर, जोधपुर, बीकानेर, म.प्र. के मुरैना और उ.प्र. के झांसी में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों के झुंड सक्रिय हैं.

टिड्डी नियंत्रण कार्यालयों में 21 माइक्रोनैर और 26 उलवमास्ट (47 स्प्रे उपकरण) हैं, जिनका उपयोग टिड्डी नियंत्रण के लिए किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त 60 स्प्रेयर के लिए आपूर्ति आदेश दिया गया है, जिनकी आपूर्ति यूके स्थित कंपनी द्वारा की जाएगी. जून में दो बार में 35 और जुलाई में 25 की आपूर्ति हो जाएगी.

ऊंचे पेड़ों व दुर्गम क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण हेतु ड्रोन से कीटनाशकों के छिड़काव हेतु ई-टेंडर आमंत्रित किए गये हैं, जल्द ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा अनुमोदित ड्रोन का उपयोग किया जाएगा. इसी प्रकार 55 वाहनों की खरीद के आदेश दे दिए गए है. स्प्रे के लिए हेलीकॉप्टरों की सेवाएं लेने की भी तैयारी है.

राजस्थान सरकार के अनुरोध पर 800 ट्रैक्टर स्प्रे उपकरणों की खरीद के लिए कृषि यांत्रिकीकरण सहायता पर उप-मिशन के तहत 2.86 करोड़ रूपए की मंजूरी केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई है. राजस्थान राज्य सरकार द्वारा आरकेवीवाई (60:40) के तहत वाहनों, ट्रैक्टरों और कीटनाशकों की खरीद के लिए 14 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को मंजूरी दी जा चुकी है. 

गुजरात राज्य सरकार द्वारा आरकेवीवाई (60:40) के तहत वाहनों की खरीद, स्प्रे उपकरणों, प्रशिक्षण और टिड्डी नियंत्रण के संबंध में विस्तार के लिए 1.80 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा मंजूर किया जा चुका है. सर्वेक्षण और नियंत्रण कार्यों में कर्मचारी जुटे हुए हैं. पौध संरक्षण निदेशालय के अलावा, विभिन्न स्थानों से संगरोध और भंडारण विभाग ने 80 अतिरिक्त तकनीकी कर्मचारियों की तैनाती की है. नियंत्रण कक्ष सभी एलसीओ और एलडब्ल्यूओ में स्थापित किया गया है और 11 नियंत्रण कक्ष कार्यात्मक हैं.

English Summary: Drones and helicopters will be sprayed with pesticides to control grasshopper parties, 14 crore financial aid approved Published on: 29 May 2020, 12:24 PM IST

Like this article?

Hey! I am प्रभाकर मिश्र. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News