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सुगंधित पौधों की खेती से लाखों की कमाई, CSIR अरोमा मिशन के तहत दे रहा बढ़ावा

यदि देश में किसी बात पर सबसे ज्यादा चर्चा होती है तो वह है किसानों की आय को बढ़ाने की. हरित क्रांति के बाद देश में फल, सब्जी तथा अनाजों का उत्पादन तो खूब बढ़ा है, लेकिन किसानों की आय में कोई खास फर्क नहीं पड़ा है. कई बार तो किसान खेती की लागत भी नहीं निकाल पाते हैं. यही वजह है कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (CSIR) किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रयासरत है. इसी कड़ी में सीएसआईआर ने देश में अरोमा मिशन (Aroma Mission) शुरू किया है. इस मिशन का उद्देश्य सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देकर किसानों को अर्थिक रूप से मजबूत करना है.

श्याम दांगी
Medicinal Crop
Medicinal Crop

यदि देश में किसी बात पर सबसे ज्यादा चर्चा होती है तो वह है किसानों की आय को बढ़ाने की. हरित क्रांति के बाद देश में फल, सब्जी तथा अनाजों का उत्पादन तो खूब बढ़ा है, लेकिन किसानों की आय में कोई खास फर्क नहीं पड़ा है. कई बार तो किसान खेती की लागत भी नहीं निकाल पाते हैं. यही वजह है कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (CSIR) किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रयासरत है. इसी कड़ी में सीएसआईआर ने देश में अरोमा मिशन (Aroma Mission) शुरू किया है. इस मिशन का उद्देश्य सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देकर किसानों को अर्थिक रूप से मजबूत करना है.

सुखाग्रस्त क्षेत्रों में भी खेती संभव 

आज देश के कई हिस्से हैं जो सुखाग्रस्त की श्रेणी में आते हैं. जहां दूसरी फसलें करना नामुमकिन होता है. उन क्षेत्रों में भी कई ऐसे सुंगधित पौधें है जिनकी खेती आसानी से की जा सकती है. पिछले कुछ सालों से किसानों में लेमन ग्रास, खस, मेंथा, पामारोजा, जिरेनियम जैसे सुगंधित पौधों की खेती का प्रचलन बढ़ा है. जिसे कम पानी के क्षेत्रों में किसान आसानी से उगा रहे हैं.

2017 में शुरू हुआ अरोमा मिशन

देश में अरोमा मिशन की शुरूआत सीएसआईआर ने साल 2017 में की थी. इसके बाद से देश के विभिन्न संस्थान इस मिशन में अपनी अपनी भागीदारी दे रहे हैं. सीएसआईआर-भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान, सीएसआईआर-हिमालयी जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान, सीएसआईआर- राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान तथा सीएसआईआर-पूर्वोत्तर विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान इस मिशन को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.

15 लाखों को रोजगार मिलेगा

सीएसआईआर का कहना है कि यह मिशन काफी कारगर है इससे देश के 10 से 15 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है. दरअसल, इन तमाम सुगंधित पौधों से निकलने वाले तेल की आज बाजार में जबरदस्त डिमांड है. इनसे निर्मित तेल का उपयोग दवाईयों, हेयर आयल, तेल, साबुन, डिटर्जेंट, कास्मेटिक प्रोडक्ट, मच्छर लोशन के निर्माण में होता है. यही वजह है कि आनेवाले समय में इनके तेल का 200 करोड़ रूपए तक का बिजनेस की होने की संभावना है. यदि रोजगार के लिहाज से देखा जाए तो 10 से 15 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा तो  25 हजार किसान परिवारों परिवार सीधे लाभान्वित होंगे. सीएसआईआर का कहना है कि इस मिशन से लगभग 700 टन अतिरिक्त तेल का उत्पादन किया जा सकता है जो फार्मास्युटिकल, परफ्यूमरी तथा कॉस्मेटिक उद्योगों को लाभ पहुंचाएगा. वहीं विदेशों में इसका निर्यात बढ़ेगा जिससे आर्थिक मजबूती आएगी.

इन क्षेत्रों में शुरू किया मिशन

केंद्र सरकार अरोमा मिशन के तहत गुजरात, विदर्भ, बुंदेलखंड, राजस्थान, मराठवाड़ा, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड तथा ओडिशा के किसानों को सुगंधित पौधों की खेती के लिए बढ़ावा दे रही है. ऐसा माना जा रही है कि इससे किसानों की आय को बढ़ाया जा सकेगा, जिससे किसान सुसाइड जैसे कदम की ओर नहीं बढ़ेंगे.   

English Summary: cultivation of aromatic plants earns lakhs, is being promoted under CSIR aroma mission Published on: 24 June 2021, 04:10 PM IST

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