बारिश जहां किसानों के लिए वरदान होती है. वहीं, अगर जरुरत से ज्यादा हो जाए तो मुसीबत बनते देर नहीं लगता. ऐसा ही कुछ इस साल देश के लगभग किसान भाइयों के साथ हुआ है.
दरअसल भारी बारिश की वजह से फसलों की कटाई से लेकर रोपाई तक में किसानों को बारिश की वजह से कई तरह के मुसीबतों का सामना करना पड़ा है.ऐसे में केंद्र सरकार सहित राज्य सरकारों ने किसान की समस्याओं को महत्व देते हुए उसका समाधान निकाला है. सरकार और किसानों के साथ खड़ी बीमा कंपनियों ने भी किसानों की मदद के लिए अपना दरवाजा खोल दिया है और फसल की बर्बादी के चलते किसानों की आर्थिक हालत को संभालते हुए उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है.
आपको बता दें अगर आपकी भी फसल बारिश और बाढ़ के चलते बर्बाद हो चुकी है, और आप पहले से अपने खेतों का बीमा कराए हुए हैं, तो आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है. दरअसल बीमा करने वाले किसानों के खेतों का बीमा कंपनी पहले सर्वेक्षण करेगी. इसके बाद जितने फसलों की बर्बादी हुई है उस पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. जिला कृषि अधिकारी राजवीर सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए वीडियो जारी किया.
सर्वे के बाद किसानों को मिलेगा मुआवजा
अमरोहा जनपद के जिला कृषि अधिकारी राजवीर सिंह ने वीडियो जारी करते हुए किसानों को बताया कि जिन किसानों ने पहले से ही अपनी फसल का बीमा कराया है. उन किसानों की अगर फसल बर्बाद हुई है तो बीमा कंपनी के द्वारा एक-दो दिन में सर्वे कराया जाएगा जिसके बाद जिस भी किसानों की फसल बर्बाद मिलेगी उनको उनका मुआवजा दिया जाएगा.
इसके अलावा अन्य किसानों के लिए भी जानकारी देते हुए बताया कि सरकार से जो भी निर्देश मिलेंगे. उसके आधार पर जिन किसानों के बीमा नहीं भी कराया है और अगर उनकी फसल भी बर्बाद हुई है तो उनकी सूची भी हम लोग सरकार को भेज देंगे. सरकार से जो भी आदेश मिलेगा उसका पालन करते हुए हम आगे की प्रक्रिया को पूरी करेंगे.
योगी सरकार ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ और भारी बारिश की वजह से कृषि फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के अधिकारियों को निर्देश दिया है. आपको बता दें साथ ही जिन किसानों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. उनके नुकसान की क्षतिपूर्ति तत्काल कराने के निर्देश सरकार की ओर से दिया गया है. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राजस्व और कृषि विभाग की टीमें फसलों के नुकसान का आकलन कर रही हैं. राजस्व एवं कृषि विभागों के सर्वे के बाद किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.
सोचने वाली बात ये है कि प्रदेश में लगभग 2 लाख किसान ऐसे हैं, जिनकी फसल अत्यधिक बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई है. राज्य सरकार बारिश प्रभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक राहत और पुनर्वास के उपाय कर रही है.
वहीं दूसरी तरफ नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को 68 करोड़ रुपये दिये जाएंगे. राजस्व और कृषि विभाग को आपसी समन्वय बनाकर इस काम को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
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