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किसानों के लिए कुबेर का खजाना साबित हो सकती हैं सरकार द्वारा शुरू की गई ये प्रसंस्करण यूनिटें

आमतौर पर किसानों के फायदे के लिए सरकार की तरफ से तमाम तरह के कदम उठाए जाते हैं और उन सारे कदमों का जुड़ाव आगामी 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने से होता है. सरकार अपनी तरफ से हर वो प्रयास कर रही है, जिससे किसानों की आय दोगुनी की जा सकें.

सचिन कुमार
Processing Centers
Processing Centers

आमतौर पर किसानों के फायदे के लिए सरकार की तरफ से तमाम तरह के कदम उठाए जाते हैं और उन सारे कदमों का जुड़ाव आगामी 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने से होता है. सरकार अपनी तरफ से हर वो प्रयास कर रही है, जिससे किसानों की आय दोगुनी की जा सकें.

अब इसी बीच किसानों के फसलों को उचित कीमत दिलवाने हेतु केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार परास ने देश में पांचों नए खाद्य प्रसंस्करण केंद्रों का  आज शुभारंभ किया है, जिसमें से असम में एक, गुजरात में तीन और कर्नाटक में एक केंद्र खोलने का फैसला किया गया है.

इन पांचों परियोजनाओं की कुल लागत 124.44 करोड़ रूपए होंगी. इन परियोजनाओं को क्रियान्वित करने हेतु मंत्रालय की तरफ से 20.22 करोड़ रूपए अनुदान के रूप में दिए गए हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि सरकार के इस कदम से कुल 7700 किसानों को अप्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. 

वहीं,  देश के इन पांचों खाद्य प्रसंस्करण केंद्रों के उद्धाटन के मौके पर केंद्रीय प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार परास ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों में तेजी में लाने हेतु प्रधानमंत्री किसान सपंदा योजना की शुरूआत की गई थी. इसे बढ़ावा देने हेतु सरकार की तरफ से आधारिक संरचना को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी लाई गई, जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से लगातार विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं.

इसके  अलावा, उद्घघाटन सत्र में शामिल हुए राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने सभी प्रमोटर्स को बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए एक बेहतर कदम साबित होगा. उन्होंने आगे कहा कि अगर हम किसी भी कच्चे माल का अधिक मात्रा में उत्पादन करें, तो उसे खराब होने से बचाया जा सकता है. इससे जहां किसानों की आय में इजाफा होगा तो वहीं अपने संसाधनों के दोहन होने से उसे बचा पाएंगे. आमतौर पर देखा जाता है कि कच्चे माल का सही समय पर प्रसंस्करण नहीं होने की वजह से वे जाया चली जाती हैं, जिसका सीधा नुकसान हमारे किसान भाइयों को होता है. वहीं, अब जब देश में पांच  खाद्य प्रसंस्करण केंद्र स्थापित होने जा रहे हैं तो यह हमारे किसानों के लिए राहत भरा कदम साबित होंगे.

इन परियोजनाओं का किया गया शुभारंभ

1. मैसर्स फीनिक्स फ्रोजन फूड्स आनंद,गुजरात
2.
मैसर्स अथोस कोलेजेन, सूरत,गुजरात
3.
मैसर्स हैन फ्युचर नैचुरल प्रोडक्टस, तुमकुर, कर्नाटक
4.
मैसर्स ग्रेनटेक फूड्स, नलबाड़ी, असम
5.
वंसत मसाला, गांधीनगर,गुजरात

उक्त परियोजनाओं  का प्रसंस्करण मंत्री की तरफ से शुभारंभ किया गया है. माना जा रहा है कि यह आगामी दिनों में इनके लिए लाभकारी साबित होगा.

अब ऐसे में हमारे किसान भाइयों की आय में इजाफा करने की दिशा में यह किस तरह अपनी भूमिका निभा सकता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा. तब तक के लिए आप कृषि क्षेत्र से जुड़ी हर बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए...कृषि जागरण.कॉम

English Summary: Central government started 5 new processing centers for farmers Published on: 09 September 2021, 04:16 PM IST

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