पशुपालन में बढ़ती लागत और मेहनत को कम करने हेतु इनोवेशन को बढ़ावा देने के संबंध में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने अपने पशु विज्ञान प्रभाग की सहायता से राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत हैकाथॉन 2.0 ‘कृतज्ञ’ का आयोजन कर रहा है.
इसकी जानकारी देते हुए आईसीएआर के उप महानिदेशक डॉ. आरसी अग्रवाल ने बताया कि पशुपालन में बढ़ती मेहनत, खर्च और आये दिन रोग के संबंध में रिपोर्टिंग, नए तकनीक की कमी, रोग से निपटने में हो रही देरी, पशु-परिवहन में उपयुक्त टेक्नोलॉजी की कमी आदि जैसी तमाम कमियों के साथ उभरती हुई चुनौतियां हैं. जिनका सामना पशुधन क्षेत्र ने पिछले कुछ दशकों में किया है.
भारत ऐसी स्थिति में है, जहां उसे टेक्नोलॉजी में सक्षम पशुधन प्रबंधन को प्रोत्साहहित करने के लिए न केवल तरीके खोजने की जरुरत है, बल्कि ऐसी उभरती टेक्नोलॉजी को प्रभावी रूप से अपनाने को भी सुनिश्चित करना है. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि कृतज्ञ की व्याख्या इस प्रकार से की जा सकती है. कृ से तात्पर्य है कृषि, त से तात्पर्य है तकनीक और ज्ञ से तात्पर्य है ज्ञान, यानि कृषि के क्षेत्र में उपयोग होने वाली तकनीकों को समझा जाए और उस पर काम किया जाए तभी जाकर हम इस समस्या से इस पूरे देश को निकाल पाएंगे.
इनोवेटिव आइडियाज के बदौलत जीतिए 5 लाख रुपए
इस क्षेत्र में लोगों का ध्यान खींचने और काम करने के लिए ICAR ने कृतज्ञ हैकाथॉन नाम की प्रतियोगिता का आयोजन किया है. जिसमें इनाम के तौर पर जितने वाले को 5 लाख रुपए दिए जाएंगे. डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि देशभर के विश्वविद्यालय, तकनीकी संस्थान के विद्यार्थी, संकाय और उद्यमी एक समूह के रूप में इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं. हालांकि, इस समूह में अधिकतम 4 प्रतिभागी होंगे, जिसमें एक से अधिक संकाय-सदस्यस और या एक से अधिक इन्नोवेटर अथवा इंटरप्रेन्योर नहीं होगा. प्रतिभागी विद्यार्थी, स्थानीय स्टार्ट-अप, प्रौद्योगिकी संस्थान के विद्यार्थियों के साथ सहयोग में हो सकते हैं और वे इसमें 5 लाख रुपये तक जीत सकते हैं. इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण 15 सितंबर से शुरू हो चुका है.
पिछले साल भी शामिल हुए थे 3000 प्रतिभागी
वर्ष 2020-21 के दौरान राष्ट्री य कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के कृषि इंजीनियरिंग प्रभाग के सहयोग से फार्म मशीनीकरण में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए हैकथॉन 1.0 का आयोजन किया था. जिसमें 784 से अधिक टीमें और 3 हजार प्रतिभागी शामिल हुए थे. राष्ट्रीय स्तर पर कृतज्ञ एगटेक हैकथॉन 2020-21 के लिए चयनित टीमों में से 4 टीमों को 9 लाख रूपये के नकद पुरस्काजर से सम्मागनित किया गया था. आईसीएआर ने नवंबर, 2017 में वर्ल्ड बैंक की सहायता से इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. जिसका मकसद उच्चन गुणवत्तां वाली शिक्षा प्रदान करने के साथ नई तकनीक, इनोवेटिव आइडियाज को बढ़ावा देना है.
Share your comments