1. Home
  2. मशीनरी

Top 7 Tractor Tyres Brands: भारत में टॉप 7 ट्रैक्टर टायर ब्रांड

किसानों के जीवन में कृषि उपकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वे दिन गए जब किसान खेती करने के लिए अपना खून-पसीना मिट्टी में बहाते थे. अब तो विज्ञान और नई तकनीक के आगमन ने किसान समुदाय सहित सभी के जीवन को काफी आसान और सुगम बना दिया है. मौजूदा वक़्त में ट्रैक्टर किसानों का सबसे बड़ा साथी है. वहीं किसान इसके बिना पूर्ण खेती नहीं कर सकते हैं. इसके अलावा, टायरों को ट्रैक्टर का सबसे अच्छा साथी माना जाता है. जोकि खेतों में सुरक्षा प्रदान करते हैं.

विवेक कुमार राय
BKT Tractor
BKT Tractor

किसानों के जीवन में कृषि उपकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वे दिन गए जब किसान खेती करने के लिए अपना खून-पसीना मिट्टी में बहाते थे. अब तो विज्ञान और नई तकनीक के आगमन ने किसान समुदाय सहित सभी के जीवन को काफी आसान और सुगम बना दिया है. मौजूदा वक़्त में ट्रैक्टर किसानों का सबसे बड़ा साथी है. वहीं किसान इसके बिना पूर्ण खेती नहीं कर सकते हैं. इसके अलावा, टायरों को ट्रैक्टर का सबसे अच्छा साथी माना जाता है. जोकि खेतों में सुरक्षा प्रदान करते हैं.

आधुनिक खेती में भारी मशीनों का उपयोग किया जाता है, और उनके वजन को झेलने के लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाले टायर की आवश्यकता होती है. विभिन्न ट्रैक्टर टायर आकार भारत में उपलब्ध हैं. मिनी ट्रैक्टर टायर सस्ती कीमत पर उपलब्ध है. ऐसे में आइये भारत के शीर्ष 7 ट्रैक्टर टायर ब्रांड के बारे में आपको बताते हैं-

अपोलो टायर्स (Apollo Tyres)

अपोलो टायर्स लिमिटेड एक भारतीय टायर निर्माता कंपनी है, जिसका मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा में है. इसे 1972 में स्थापित किया गया था, और इसका पहला प्लांट पेराम्ब्रा, त्रिशूर, केरल, भारत में शुरू किया गया था. कंपनी की मौजूदा वक्त में भारत में चार विनिर्माण इकाइयों के अलावा, एक नीदरलैंड में और एक हंगरी में भी विनिर्माण इकाई है. अपोलो टायर मार्च 2018 में 172.76 बिलियन के वार्षिक समेकित राजस्व के साथ दुनिया का सातवां सबसे बड़ा टायर निर्माता कंपनी है.

यह किसानों को लक्ष्य और उद्देश्यों को साकार करने के लिए प्रेरित करता है. अपोलो ट्रैक्टर टायर भारतीय किसानों के बीच अन्य टायर ब्रांडों की तरह ही प्रसिद्ध हैं. वहीं, अपोलो टायर्स किसानों के लिए सबसे भरोसेमंद ब्रांड है. अपोलो ब्रांड 25% से अधिक शेयर के साथ बाजार में सबसे अग्रणी कंपनी है. इसके अलावा, अपोलो टायर्स खेत में काम करते समय उत्कृष्ट सुरक्षा प्रदान करता है.

बीकेटी टायर्स (BKT Tyres)

बालकृष्ण इंडस्ट्रीज लिमिटेड (बीकेटी) मुंबई, भारत में स्थित एक टायर निर्माता कंपनी है और 1987 में स्थापित की गई थी. बालकृष्ण इंडस्ट्रीज डोंबिवली, औरंगाबाद, भिवाड़ी, भुज और चोपांकी में स्थित पांच कारखानों में अर्थमूविंग, खनन, बागवानी, कृषि जैसे क्षेत्रों में उपयोग किए जाने वाले ऑफ-हाईवे टायर बनाती है. जब टिकाऊ टायर निर्माण की बात आती है, तो बीकेटी हमेशा सबसे आगे रहा है, और इसके लिए उसे कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं. बीकेटी किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए टायर निर्माण करता है.

एमआरएफ टायर्स (MRF Tyres)

मद्रास रबर फैक्ट्री एक भारतीय बहुराष्ट्रीय टायर निर्माता कंपनी है. वहीं, यह भारत में टायरों का सबसे बड़ा निर्माता है, जो दुनिया का छठा सबसे बड़ा निर्माता भी है. इसका मुख्यालय चेन्नई, तमिलनाडु, भारत में है. मैमन मप्पिल्लई ने 1946 में तिरुवोट्टियूर, मद्रास (अब चेन्नई) में इसकी शुरुआत 1946 में के एम मैमन मप्पिल्लई द्वारा एक छोटे खिलौने के गुब्बारे इकाई के रूप में की. 1964 में कंपनी के वर्तमान लोगो का जन्म हुआ, और 1967 में, यह यूएसए को टायर निर्यात करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई. एमआरएफ टायर्स किसानों के लिए किफायती कीमत पर मजबूत, गुणवत्ता वाले टायर बनाती है. एमआरएफ टायर्स ने किसानों की काम को आसान और उत्पादकता बढ़ा दी है.

सिएट टायर्स (Ceat Tyres)

Cavi Elettrici e Affini Torino, जिसे आमतौर पर संक्षिप्त नाम CEAT (सीएट) द्वारा जाना जाता है, आरपीजी समूह की प्रमुख कंपनी है. इसकी स्थापना 1924 में ट्यूरिन, इटली में हुई थी. वर्तामान मे, सीएट भारत के प्रमुख टायर निर्माताओं में से एक है और इसकी वैश्विक बाजारों में उपस्थिति है. सीएट एक वर्ष में 165 मिलियन से अधिक टायर का उत्पादन करती है और यात्री कारों, दोपहिया, ट्रकों और बसों, हल्के वाणिज्यिक वाहनों, पृथ्वी-मूवर्स, फोर्कलिफ्ट, ट्रैक्टर, और ऑटो-रिक्शा के लिए टायर का निर्माण करती है. सीईएटी टायर के संयंत्रों की वर्तमान क्षमता प्रति दिन 800 टन से अधिक है.

बिरला टायर्स (Birla Tyres)

1991 में केसोराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड और बिड़ला टायर्स की  केसोराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एक डिवीजन के हिस्से के रूप में स्थापना की गई थी. फिर इसने टायर निर्माता पिरेली के साथ अपने टायरों के उत्पादन और विकास में सहयोग किया. बिरला कंपनी ऑटोमोबाइल, मोटरसाइकिल, वाणिज्यिक वाहनों, कृषि वाहनों और भारी अर्थमूविंग मशीनरी के लिए टायर बनाती है.

गुड ईयर टायर्स (Good year tyres)

गुड इयर टायर्स एंड रबर कंपनी एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय टायर निर्माण कंपनी है, जिसकी स्थापना 1898 में फ्रैंक सीबरलिंग द्वारा की गई थी और यह एक्रोन में स्थित है. गुड इयर ऑटोमोबाइल, हल्के ट्रक, मोटर साइकिल, वाणिज्यिक ट्रक, एसयूवी, रेस कार, कृषि उपकरण, भारी अर्थ-मूवर मशीनरी और हवाई जहाजों के लिए टायर बनाती है. कंपनी का नाम वल्कनाइज्ड टायर का आविष्कार करने वाले अमेरिकी वैज्ञानिक चार्ल्स गुडइयर के नाम पर रखा गया है. गुड इयर टायर काफी लोकप्रिय है, क्योंकि इसे आसानी से अलग किया जा सकता है, इसके अलावा, इसको कम रखरखाव की आवश्यकता होती है. गुड ईयर टायर विश्वसनीय ब्रांड है जो क्षेत्रों में प्रभावी और कुशल कार्य के लिए मानक गुणवत्ता वाले उत्पादों की आपूर्ति करता है.

जेके टायर्स (JK Tyres)

जेके समूह की स्थापना 1888 में लाला जुग्गीलाल सिंघानिया और लाला कमलापत सिंघानिया ने की थी. जे के संगठन एक भारतीय बहु-उद्योग कंपनी है, जिसका मुख्यालय दिल्ली, मुंबई और कानपुर में है और इसका स्वामित्व सिंघानिया परिवार के पास है. जेके टायर्स को भारतीय सड़कों के लिए 'बादशाह' रेडियल टायर्स के लिए जाना जाता है. 1977 में जेके टायर्स ने सबसे पहले अपना रेडियल ट्रैक्टर टायर लॉन्च किया और जेके अब रेडियल टायर्स में मार्केट बॉस है.

बिरला टायर्स लोगों को उचित मूल्य पर मजबूत और गुणवत्तापूर्ण टायर देकर सड़क पर उनके जीवन को सुरक्षित बनाता है. अपने उत्पादन और विकास से, बिरला टायर्स एक उत्कृष्ट टायर निर्माता कंपनी बन गई है. बिरला के ट्रैक्टर टायर, खेती के उद्देश्य से सबसे अच्छा टायर हैं, क्योंकि यह किसी भी सतह पर सुपर ग्रिप बनाता है. इसके अलावा, बिरला टायर्स ने ग्राहक के दिल में एक मजबूत स्थिति बना ली है.

English Summary: Top 7 Tractor Tyres Brands in India Published on: 30 October 2021, 08:04 PM IST

Like this article?

Hey! I am विवेक कुमार राय. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News