Mini Combine Harvester: खेतीबाड़ी में कृषि यंत्र या उपकरण अहम भूमिका निभाते हैं, किसान इन उपकरणों के साथ खेती के कामों को कम समय और कम लागत में पूरा कर सकते हैं. पहले के समय में खेत की जुताई से लेकर फसल की ढुलाई तक के लिए किसान को अधिक समय और लागात खर्च करना होता था. लेकिन अब जैस-जैसे कृषि में आधुनिकरण आ रहा है, किसानों के लिए नई-नई तकनीकों वाली मशीनों का निर्माण किया जा रहा है. ये मशीनें लागत में काफी ज्यादा मंहगी होती है, जिससे हर एक किसान के लिए इन्हें खरीद पाना संभव नहीं होता है. ऐसे में कई किसान अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने समय- समय पर नवाचार विकसित करते हैं, जिससे दूसरे किसान भी प्रोत्साहित और लाभान्वित होते हैं.
ठीक इसी प्रकार बिहार के सिवान जिले के सिसवन (प्रखण्ड) में मुबारकपुर गांव के रहने वाले किसान मुन्ना यादव ने करनामा कर दिखाया है. किसान ने अपने देसी जुगाड़ से कम लागत में कंबाइन हार्वेस्टर का निर्माण किया है.
एक साथ कर सकता है कई काम
किसान मुन्ना यादव के द्वारा निर्माण किया गया यह कंबाइन हार्वेस्टर एक ऐसा ही नवाचार है, जो एक साथ फसल की कटाई, अनाज की सफाई और फसल के अवशेष को भूसा बना सकता है. किसान ने इस मशीन को एम.एस. स्टील के माध्यम से बनाया है. इस मशीन को 60 एचपी ट्रैक्टर द्वारा संचालित किया जाता है. किसान ने इस मिनी कंबाइन हार्वेस्टर में कटर 11.7", फीडर हेड 51 इंच और थ्रेशर ड्रम 56 इंच रखा है. इसके पहिये को शक्ति देने के लिए हेवी चैन का उपयोग किया गया है.
8 क्विंटल क्षमता वाला स्टोरेज टैंक
किसान ने इस मिनी कंबाइन हार्वेस्टर में ड्राइवर सीट ते पीछे 8 क्विंटल की क्षमता रखने वाला स्टोरेज टैंक लगया है, जिसमें डिस्चार्ज पाईप की मदद से अनाज ट्रैक्टर ट्राली में जमा होता है. किसीन इस मशीन के साथ दूसरी मशीन की अपेक्षा आधे ईंधन खर्च में ही पशुओं के लिए भूसा बनाकर तैयार कर सकते हैं.
भूसा बनाने में है सहायक
इस मिनी कंबाइन हार्वेस्टर के साथ सूखी फसलों में काम किया जा सकता है, जैसे- गेहूं, चना, मसूर और सरसों इत्यादि. इस मशीन से हार्वेस्टिंग के दौरान फसल और अनाज का बिलकुल भी नुकसान नहीं होता है. अधिकतर किसान कटाई के बाद फसल के अवशेष जला देते हैं, जिससे वायु प्रदूषण काफी ज्यादा हो जाता है. ऐसे किसानों के लिए मुन्ना यादव द्वारा निर्मित यह कंबाइन हार्वेस्टर एक अच्छा विकल्प हो सकता है. यह मशीन जमीन से 4 इंच की ऊंचाई पर फसल की कटाई करती है, जिससे खेत में फसल के अवशेष ना के बराबर ही छूट ते हैं. किसान इस मिनी कंबाइन हार्वेस्टर मशीन के साथ मात्र 1 घंटे में एक एकड़ क्षेत्रफल से भूसा और अनाज निकाल सकते हैं.
कंबाइन हार्वेस्टर की लागत
किसान मुन्ना यादव के अनुसार, इस मिनी कंबाइन हार्वेस्टर को निर्मित करने में लगभग 14 से 16 लाख रुपये आता है. अगर कोई किसान बाजार से हार्वेस्टर और थ्रेसिंग मशीन को अलग- अलग खरीदता है, तो उसे करीब 40 से 45 लाख रुपये खर्च करने होते हैं. इस मशीन को कोई भी ट्रैक्टर ड्राइवर आसानी से चला सकता है. किसान मुन्ना यादव द्वारा यह नवाचार किसानों के लिए हितकारी है, जिसे बनाने में कृषि विज्ञान केन्द्र, सिवान का तकनीकी सहयोग भी प्रदान किया गया है.
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