सौंफ (Fennel), जिसे हिंदी में सौंफ (Saunf) के नाम से जाना जाता है, सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले औषधीय पौधों (Medicinal Plant) में से एक है. सौंफ और इसके बीज कई तरह के लाभ प्रदान करते हैं, जिससे आपको कई बीमारियों से निपटने में मदद मिलती है जिसमें से एक है मधुमेह (Diabetes).
मधुमेह के लिए करें सौंफ का सेवन (Fennel Seed for Diabetes)
यह दावा किया जाता है कि सौंफ का पौधा और बीज (Fennel plant and seeds) दोनों ही एंटीऑक्सिडेंट और कई अन्य यौगिकों से भरे होते हैं. ख़ास बात यह है कि यह टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) वाले लोगों में रक्त शर्करा के स्तर (Blood sugar level) को कम करने सहित विभिन्न स्थितियों का प्रबंधन करने में मदद कर सकते हैं.
उदाहरण के लिए मधुमेह, मोटापा और चयापचय (Diabetes, Obesity and Metabolism) में प्रकाशित एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में बताया गया है कि विटामिन सी की गोली दिन में दो बार लेने से टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में भोजन के बाद रक्त शर्करा में 36 प्रतिशत की कमी आई है.
इसके अलावा, बांग्लादेश में एक अध्ययन में पाया गया कि जिन चूहों का इलाज मेन्थॉलेटेड सौंफ के बीज से किया गया था, उनके रक्त शर्करा के स्तर में कुछ खुराक में कमी का अनुभव हुआ है.
सौंफ के विशेषताएं और लाभ (Features and benefits of fennel)
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सौंफ के बीज (Shaunf Ke Beej) उन लाभों से भरे होते हैं जिन्हें प्राचीन काल से जाना जाता है.
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यह कई बीमारियों को रोकने के लिए सहायक है और समग्र स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार कर सकते हैं.
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इनका सेवन या तो कच्चा किया जा सकता है या चाय के रूप में भी किया जा सकता है.
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सौंफ को वैज्ञानिक भाषा में फोनीकुलम वल्गारे (Foeniculum vulgare) के रूप में भी जाना जाता है.
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सौंफ एक सुगंधित पौधा (Fennel is an aromatic plant) है जिसका उपयोग खाना पकाने और औषधीय दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता है.
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सौंफ में पाए जाने वाले एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल दवा में किया जाता है.
सौंफ का सेवन कैसे करें (How to consume fennel)
सौंफ की चाय (Fennel Tea): सौंफ की चाय बनाना काफी आसान काम है. बस बीज को पानी में उबाल लें, यह सुनिश्चित कर लें कि आवश्यक तेल भी अच्छी तरह से मिश्रित हो गया है. ऐसे कई कारक हैं जो सौंफ की चाय को बेहद फायदेमंद बनाते हैं. ए, सी और डी जैसे विटामिन से भरपूर होने के अलावा सौंफ की चाय में कई एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पाचन क्रिया और आंखों की शक्ति में भी काफी हद तक सुधार करते हैं.
सौंफ का पानी (Fennel Water): यदि आप रोज सुबह Shaunf Ka Paani पीतें है तो आप कई बिमारियों से बच सकते हैं जिसमें से एक है मधुमेह. इसके लिए आपको रात में ही सौंफ का पानी अच्छी तरह से उबाल कर रख देना चाहिए ताकि सुबह तक वो अपना अरग छोड़ दें और आप इसे खली पेट पी कर अपने रोगों को दूर भगा सकें.
क्या सौंफ सभी के लिए सुरक्षित है (Is fennel safe for everyone)
कम समय के लिए उचित खुराक लेने पर सौंफ संभवतः सुरक्षित होती है, जो लोग गाजर, अजवाइन या मगवॉर्ट जैसे कुछ पौधों के प्रति संवेदनशील होते हैं, उन्हें इससे एलर्जी हो सकती है. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सौंफ का उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है.
इसके अलावा, Shaunf में एक प्रमुख तत्व एस्ट्रैगोल को संभावित कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इसलिए, कैंसर से पीड़ित या बीमारी के लिए उच्च जोखिम वाले लोग इसका उपयोग करने से बच सकते हैं.
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