आज हम आपको काली मिर्च के हैरान कर देने वाले फायदे बतायेगे जो आपको आश्चर्यचकित करने पर मजबूर कर देंगे. इसका ज्यादातर प्रयोग घरों में मसालों के रूप में किया जाता है यह लाल मिर्च से काफी अधिक उपयोगी होती है. इस से कई प्रकार के रोगो से भी निजात मिलती है. इसको कई नामो से भी जाना जाता है जैसे :-गोल मिर्च, कोल, कृष्णा, कंकोल, कटुक आदि. इसकी बेल 20 से 25 फुट लम्बी होती है. इसके पत्ते पान की पत्तों जैसे होते है यह 5 से 6 इंच लम्बे हो सकते है. यह गुणों से भरपूर है इसके अंदर कई रोगो से मुक्ति दिलवाने वाले जरूरी तत्व मौजूद होते है जो हमारी सेहत के लिए काफी लाभदायक है.
काली मिर्च के असरकारक फायदे :
मुहांसे
अगर आपके चेहरे पर मुहांसे है तो रोज रात आप सोने से पहले काली मिर्च को पीस कर उसमे गुलाबजल मिला कर मुहांसों पर लगाए इस से आपके मुहांसे कुछ दिन में ही गायब हो जायेगे.
भूख न लगना
अगर आपको भूख न लगने की समस्या है तो आप खाने से पहले गर्म पानी में चुटकी बर काली मिर्च पाउडर मिला कर उसका सेवन करे. कुछ दिनों में ही आपको इस समस्या से निजात मिलजाएगी .
हिस्टीरिया
अगर किसी स्त्री इस रोग से पीड़ित है तो वह 1 ग्राम काली मिर्च में मीठी बच को खट्टे दही में मिलाकर खाली पेट दिन में 3 बार इसका सेवन के तो इस रोग से जल्दी उसको छुटकारा मिल जायेगा.
गठिया
इसके रोगियों को काली मिर्च के तेल से रोजाना मालिश करने से जल्दी इस समस्या से छुटकारा मिल जायेगा.
जी मिचलना
अगर किसी का जी मिचल रहा हो तो काली मिर्च को चबाये काफी राहत मिलेगी .
कमजोरी
अगर शरीर में कमजोरी महसूस हो तो रोजाना काली मिर्च के पाउडर को देसी घी में मिलाकर सेवन करे इस से भूख बढ़ेगी और कमजोरी से निजात मिलेगी.
नकसीर
अगर किसी के नाक से खून निकलता हो तो उसे काली मिर्च के पाउडर में घी और गुड़ मिलाकर खिलाये .
अकड़न
अगर आपका शरीर अकड़ गया हो तो काली मिर्च का लेप बना कर शरीर पर लगाए | इस से आपको काफी राहत मिलेगी .
खांसी
अगर आपको खांसी जैसे समस्या है तो आप काली मिर्च पाउडर को घी में मिलाकर खाये जल्दी निजात मिलेगी.
हिचकी
अगर किसी को हिचकी जैसी समस्या है तो काली मिर्च के चूर्ण को शहद में मिलाकर चाटे जल्दी छुटकारा मिल जायेगा.
तो देखा आपने खाने में इस्तेमाल होने वाली एक छोटी सी मिर्च के सेवन से इतने फायदे जो आपकी सेहत के लिए कितने लाभदायक है ऐसी ही ख़ास जानकारियों से आपको अवगत करवाते रहेंगे |
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
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