आंवला एक फल देने वाला वृक्ष है. हिमालयी क्षेत्र और प्राद्वीपीय भारत में आंवला के पौधे बहुतायत मिलते हैं. यह वृक्ष समस्त भारत में जंगलों तथा बाग-बगीचों में होता है. इसकी ऊँचाई 20 से 25 फुट तक, छाल राख के रंग की, पत्ते इमली के पत्तों जैसे, किंतु कुछ बड़े तथा फूल पीले रंग के छोटे-छोटे होते हैं. आयुर्वेद के अनुसार हरीतकी (हड़) और आंवला दो सर्वोत्कृष्ट औषधियां हैं. इन दोनों में आंवले का महत्व अधिक है. चरक के मत से शारीरिक अवनति को रोकनेवाले अवस्थास्थापक द्रव्यों में आंवला सबसे प्रधान है. प्राचीन ग्रंथकारों ने इसको शिवा (कल्याणकारी) वयस्था (अवस्था को बनाए रखनेवाला) तथा धात्री (माता के समान रक्षा करनेवाला) कहा है.
आंवला के स्वास्थ्य लाभ व गुण
1 प्रतिरक्षा शक्ति को मजबूत करना: यदि इसे नियमित रूप से उपयोग किया जाता है तो यह व्यक्ति की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ता है. आंवला जीवाणुरोधी है, इस प्रकार प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ने से संक्रमण के खिलाफ लड़ने में सहायता मिलती है.
2 बालों की देखभाल: यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है- बालों के रंग को बनाए रखता है और चमक में सुधार करता है. आंवला तेल बालों के झड़ने और गंजेपन की संभावना को कम करने के लिए बनाया गया है. यह गुणवत्ता आंवला की कैरोटीन सामग्री के साथ ही इसकी लौह सामग्री और सामान्य एंटीऑक्सीडेंट क्षमता के कारण होती है जो न केवल बालों के झड़ने को कम करता है बल्कि बालों के रोम को नुकसान पहुंचाने वाले या हार्मोन को प्रभावित करने वाले मुक्त कणों को भी रोकता है जो समय से पहले बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं.
3 नेत्र देखभाल: शहद के साथ आंवला के रस को पीने से दृष्टि में सुधार होता है. यह तनाव भी कम करता है. यह मुख्य रूप से कैरोटीन की अपनी प्रभावशाली सामग्री के कारण है, जो कि दूरदृष्टि-संबंधी स्थितियों पर उनके शक्तिशाली प्रभाव के लिए लंबे समय से ज्ञात है. विटामिन ए और कैरोटीन, रात के अंधापन को कम करते हैं और दृष्टि को मजबूत करते हैं.
4 हड्डियों को स्वस्थ रखता है: आंवला शरीर के कैल्शियम को सकारात्मक तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है. कैल्शियम हमारी हड्डियों, दांतों और नाखूनों का एक अनिवार्य घटक है और यह हमारे बालों को सुंदर और चमकदार भी बनाता है .
5 मेटाबोलिक गतिविधिः ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है स्वस्थ रहने का सबसे आसान तरीका है. क्योंकि प्रोटीन हमारे शरीर की चयापचय गतिविधियों का एक अनिवार्य हिस्सा है. हमारे एंजाइम पौधों के प्रोटीन को एमिनो एसिड में तोड़ देते हैं और उन्हें हमारे शरीर के लिए उपयोगी प्रोटीन में पुनः इकठ्ठा कर देते हैं.
6 मासिक धर्म ऐंठनः आंवला में कुछ ऐसे विटामिन हैं जो मासिक धर्म में ऐंठन का उपचार के लिए बहुत उपयोगी हैं. आम तौर पर आंवला को नियमित रूप से उपयोग करना श्रेष्ठ होता है. इसकी सहायता से महिलाओं के मासिक धर्म में हर महीने ऐंठन को रोका जा सकता है.
7 मधुमेह: आंवला में क्रोमियम होता है, गूसबेरी कोशिकाओं के पृथक समूह को उत्तेजित करता है जो हार्मोन इंसुलिन को लपेटता है, जिससे मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा कम हो जाती और उनके शरीर को संतुलित और स्वस्थ रखने में सहायता करता है.
8 मूत्रवर्धक गतिविधि: आंवला में पानी बहुत अधिक होता है. यह आवृत्ति और पेशाब की मात्रा को बढ़ाता है. पेशाब हमारे शरीर में अवांछित विषाक्त पदार्थों और पानी, लवण और यूरिक एसिड के अतिरिक्त स्तर को खत्म करने में सहायता करती है. इसके अलावा यह वजन कम करने में सहायता करता है.
9 पाचनशक्ति: आंवला में फाइबर बहुत अधिक होता है. फाइबर गैस्ट्रिक और पाचन रस के स्राव को उत्तेजित करता है इसलिए भोजन कुशलतापूर्वक पच जाता है. पोषक तत्व इष्टतम तरीके से अवशोषित होते हैं, इससे कब्ज की संभावना कम हो जाती है .
10 हृदय रोगः आंवला हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है इसलिए पूरे शरीर में हृदय को आसानी से रक्त पंप करता है. अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल निर्माण को कम करके क्रोमियम वाहिकाओं और धमनियों में एथेरोस्लेरोसिस या पट्टिका के निर्माण की संभावना कम कर सकता है. इससे स्ट्रोक और दिल के दौरे की संभावना कम होती है.
11 अतिसार और पेचिश: अपने मजबूत शीतलन और रोचक गुणों के कारण दस्त और पेचिश के लिए उपचार में आंवला एक उपयोगी घटक है. यह गैस्ट्रिक सिंड्रोम और हाइपरक्लोरहाइड्रिया (उदर में जलन) में राहत प्रदान करता है. एक औषधि के रूप में यह किसी भी जहरीले या हानिकारक पदार्थों को ख़त्म करने में सहायता करता है.
12 एंटी एजिंग: आंवला अपने एंटीऑक्सिडेंट गुणों के माध्यम से शरीर में फ्री रैडिकल्स की मात्रा को कम करके स्वास्थ्य संबंधी हाइपरलिपिडाइमिया को रोकता है. मुक्त कण उम्र बढ़ने के लक्षणों जैसे झुर्रियां और उम्र के धब्बे से सम्बद्ध होते हैं. आंवला के ताजे फल में 80 प्रतिशत से अधिक पानी प्रोटीन खनिज कार्बोहाइड्रेट और फाइबर अच्छी मात्रा में होता है. यह बुखार यकृत विकार अपच एनीमिया मूत्र संबंधी समस्याओं श्वसन समस्याओं सेरेब्रल गैस्ट्रिक और हृदय संबंधी बीमारी के लिए एक उपाय के रूप में भी प्रयोग किया जाता है. आंवला कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करता है लाल रक्त कोशिका के उत्पादन में वृद्धि और दांतों और नाखूनों को मजबूत करता है.
आंवला से निर्मित लाभदायक खाद्य पदार्थ-
आंवला मुरब्बा: आंवला मुरब्बा का सेवन सेहत के लिए बहुत ही गुणकारी माना गया है. यह आयरन का अच्छा स्रोत होने के कारण एनीमिया में लाभदायक होता है. आंवला का मुरब्बा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते है. पाचन को सुधारने के लिए भी आंवला मुरब्बा लभकारी होते हैं. आंवले को फाइबर युक्त खाद्य सामग्री की श्रेणी में रख जाता है, क्योंकि इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है . फाइबर पेट के लिए जरूरी पोषक तत्व माना जाता है क्योंकि यह पाचन में सुधार करने के साथ-साथ कब्ज जैसी समस्या से भी राहत दिलाने में सहायता करता है. वहीं इसके उपयोग आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में भी मिलता है.
आंवला जूसः आंवले के जूस को सीजन के बाद प्रयोग करने के लिये आप आंवला जूस निकालकर प्रिजर्व भी कर सकते हैं. आंवले का जूस रोजाना लेने से पाचन दुरुस्त त्वचा में चमक त्वचा के रोगों से निजात मिलता है. यह बालों की चमक बढ़ाने बालों को सफेद होने से रोकने में सहायता करता है.
आंवला कैन्डीः आंवला किसी भी तरह से खाया जाय वह हमारे शरीर के लिये अत्यन्त लाभकारी होता है आंवले के मुरब्बे का सूखा प्रतिरूप ही है. आंवला में पाये जाने वाले अनेक गुण हैं इसमें विटामिन ब् की प्रचुर मात्रा निहित रहती है.
आवंला फ्रेशनर रेसिपी: यह एक बहुत ही रिफ्रेशिंग ड्रिंक है जिसे आवंला अदरक, चीनी पुदीना जीरा काला नमक और नींबू का रस डालकर बनाया जाता है आवंला से बना यह ड्रिंक आपकी एनर्जी को बूस्ट करेगा.
आंवला जैम रेसिपीः कई लोगों को आंवला खाना बिल्कुल पसंद नहीं होता है. जिन्हें कच्चा आंवला खाना पसंद नहीं है वे आंवले का जैम बना सकते हैं. आंवला का जैम स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहतमंद भी होता है. इसे महीनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है.
आंवला चटनी रेसिपी: आंवला खट्टा होता है जिसकी वजह से कई लोग इसका मुरब्बा खाना पसंद करते है. आंवले की तीखी चटनी बहुत ही स्वादिष्ट होती है.खाने के साथ रोजाना यह चटनी बहुत ही गुणकारी है. यह पेट का हाजमा सही करती है.आंवला कई पोषक तत्वों ने भरपूर होता है इसलिए हमें किसी न किसी तरह अपने रोजाना के भोजन में शामिल करना चाहिए.
आंवला लड्डूः आंवला लड्डू का सेवन सर्दी के मोसम में गुणकारी होता है पसंद अनुरूप ड्राय फ्रूट से बने ये लड्डू आपको ताजगी देने में सहायक होते हैं. ये शरीर को गर्मी देता है साथ ही जोड़ों के दर्द में भी राहत दिलाता है. इससे आंवले पोषक तत्व आपको मिलते हैं और आप स्वस्थ बने रहते हैं. आप में रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है.
पल्लवी सिंह’, ज़ीनत अमान, राहुल सिंह रघुवंशी’’
’पी0एच0डी0 शोध छात्रा, शोध छात्र
’ पारिवारिक संसाधन प्रबन्ध एवं उपभोक्ता विज्ञान विभाग,’’ पादप रोग विज्ञान विभाग’
आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या
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