अगर इंसानों को कोई बीमारी होती है , तो वे अपनी समस्याओं को दूसरे-से साझा कर उसका उपचार कर लेते हैं, लेकिन बेज़ुबान जानवर ऐसा नहीं कर पाते हैं. जब ये जानवर किसी बीमारी की चपेट में आते हैं, तो यह अपनी समस्याएं दूसरों से साझा नहीं कर पाते हैं.
ऐसी स्थिति में पशुपालकों का किरदार अहम हो जाता है. वे पशुओं में लक्षणों की पहचान कर उनके रोगों की पहचान कर लेते हैं, लेकिन कई बार पशुपालक पशुओं में होने वाले बीमारी के लक्षण से अनजान रहते हैं. नतीजा यह होता है कि उचित उपचार के अभाव में पशुओं की मौत हो जाती है, जिसकी वजह से पशुपालकों को बड़ी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है.
लेकिन अब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक ऐसा ऐप लॉन्च किया है, जो पशुओं में होने वाली बीमारियों को महज पल भर में ही पशुपालकों को बता देगा. इस ऐप के बारे में विस्तार से पढ़ें इस लेख में कि कैसे यह ऐप आपके पशुओं में होने वाले बीमारियों के बारे में बताएगा और आप इसे किस तरह अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकते हैं.
ऐसे बताएगा पशुओं की बीमारी
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा पशुपालकों के लिए लॉन्च किए गए इस ऐप का नाम आरवीआईआर रोग नियंत्रण है. यह ऐप आपके पशुओं में होने वाली बीमारी के बारे में ना महज आपको बताएगा, बल्कि बीमारी से बचाव के उपाय भी बताएगा.इस ऐप में पशुओं को होने वाली बीमारियों की पूरी जानकारी दी गई है.
इसे आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. यह आपको घर बैठे ही पशुओं को होने वाली बीमारियों के लक्षणों के आधार पर बीमारी के बारे में बताएगा. साथ में उसके उपचार की भी जानकारी देगा. खास बात यह है कि ऐप में दी गई तमाम जानकारीयां वीडियो के रूप में होंगी, जिसे आप ना महज सुनकर बल्कि देखकर भी अच्छे से समझ सकते हैं.
आईसीएआर द्वारा शुरू किया गया यह ऐप पशुपालकों के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है. आगे पढ़ें कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में जो आमतौर पर पशुओं में देखी जाती हैं.
पशुओं को होने वाली बीमारियां
पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा रहता हैं, जिसमें मुख्यत: थनैला, अफरा/रूमिनल टिम्पेनी, ट्रोमेटिक रेटिकुलो पैरिटोनाइटिस कीटोसिस, दुग्ध ज्वर, रूमिनल, इम्पेशन है.
आमतौर पर यह देखा जाता है कि पशुपालक पशुओं में होने वाली बीमारियों को नहीं पहचान पाते हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए यह ऐप काफी उपयोगी साबित हो सकता है. इस ऐप की खास बात यह है कि इसमें मादा पशुओं को होने वाली बीमारियों के बारे में भी विस्तार से बताया गया है.
भारत में विश्व के किसी भी देश की तुलना में अधिक संख्या में पशुधन है, लेकिन अफसोस हमेशा से पशुओं को उपेक्षित किया गया, लेकिन विगत कुछ वर्षों में सरकार पशुओं की देखभाल की दिशा में बहुत प्रयास कर रही है. इससे पहले बिहार सरकार ने भी पशुपालकों के लिए बड़ा फैसला लिया था.
बिहार सरकार ने पशुओं की मौत होने पर पशुपालकों को ३० हजार रूपए मुआवजा देने का फैसला किया है. वहीं, पशुओं की दशा को दुरूस्त करने के लिए केंद्र की तरफ से पशुपालन मंत्रालय भी बनाया गया.
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